देहरादून: राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को सरकार पटरी पर लाने के प्रयास कर रही है. जिसमें सबसे अहम योगदान राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण का रहा है. जिसके संचालन में आयुष्मान योजना (Uttarakhand Ayushman Yojana) संचालित की जा रही है. नेशनल डॉक्टर्स डे (national doctors day) पर आयुष्मान योजना के अंतर्गत 20 लाख अन्य लोगों के कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया. इसके साथ ही 50 विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं एम्स ऋषिकेश सहित 9 अन्य चिकित्सालयों को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मनित किया गया. इसके अलावा 4 जिलों के 19 निजी अस्पतालों को आयुष्मान योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध किया गया.
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत (Health Minister Dr Dhan Singh Rawat) ने बताया कि नेशनल डॉक्टर्स डे पर चिकित्सकों और चिकित्सालयों के बेहतर योगदान के लिए उन्हें सम्मानित किया गया है. जिसमें आयुष्मान योजना के अंतर्गत उत्कृष्ट सेवायें देने वाले विभिन्न अस्पतालों के 50 विशेषज्ञ चिकित्सकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. इसके अलावा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना एवं राज्य सरकार की विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं के अंर्तगत उत्कृष्ट कार्य करने वाले शीर्ष 10 चिकित्सालयों को भी सम्मानित किया गया. जिसमें एम्स ऋषिकेश, एचआईएचटी जौलीग्रांट, श्रीमहंत इन्द्रेश अस्पताल, सुभारती हॉस्पिटल, कनिष्क हॉस्पिटल, कैलाश हॉस्पिटल, आरोग्यम अस्पताल, मेट्रो हॉस्पिटल, श्री स्वामी भूमानन्द हॉस्पिटल एवं हंस फाउंडेशन आई हॉस्पिटल शामिल हैं.
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धनसिंह रावत ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को और अधिक मजबूत करने एवं आयुष्मान योजना का लाभ समाज के आखिरी व्यक्ति तक पहुंचाने के उद्देश्य से 4 जिलों के 19 निजी अस्पतालों को आयुष्मान योजना के अंतर्गत सूचिबद्ध किया गया. जिससे राज्य में सूचीबद्ध अस्पतालों की कुल संख्या 238 हो गई है, जिसमें 102 राजकीय अस्पताल एवं 136 निजी अस्पताल शामिल हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक 47 लाख 27 हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं, जबकि 5 लाख 15 हजार से अधिक लोगों ने इस योजना का फायदा उठाया जिस पर अब तक रुपय 8 अरब 76 करोड़ से अधिक खर्च किये जा चुके हैं. हमारा अगला लक्ष्य है कि राज्य के 20 लाख अन्य लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जाएंगे. उहोंने कहा कि योजना के अंतर्गत 1800 बीमारियों को कवर किया गया है.