देहरादूनः कोरोनावायरस के नए वेरिएंट को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग लगातार उत्तराखंड आने वाले यात्रियों पर नजर बनाए हुए हैं, लेकिन बीते दिनों प्रदेश में आए 224 यात्री स्वास्थ्य विभाग की सर्विलांस टीम को ढूंढने से भी नहीं मिल रहे हैं. आलम ये है कि अब स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस विभाग में इन यात्रियों की खोजबीन के लिए जानकारियां साझा की हैं.
कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन का खतरा (Corona new variant Omicron) देश और दुनिया में बना हुआ है. इसी को लेकर उत्तराखंड सरकार भी नए वैरिएंट के खतरे को समझते हुए खास एहतियात बरत रही है. बड़ी बात ये है कि राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की एहतियात को लेकर तमाम दावों के बावजूद कई यात्री ऐसे हैं, जो उत्तराखंड में विभाग की सर्विलांस टीम को ढूंढने से भी नहीं मिल रहे (health department unable to trace people) हैं.
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उत्तराखंड में कुल 632 लोग देहरादून से होते हुए विभिन्न जिलों में गए थे. जिनमें 224 यात्रियों का पता नहीं लग पा रहा (People returned from abroad missing in Uttarakhand) है. चौंकाने वाली बात ये है कि कुछ यात्रियों ने जहां गलत जानकारियां दी है तो उसके नंबर भी बंद आ रहे हैं. इतना ही नहीं खबर है कि कुछ यात्रियों ने गलत नंबर भी दिए हैं. इस स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की सर्विलांस टीम ऐसे यात्रियों की खोजबीन में जुट गई है, इसके अलावा एलआईयू को भी ऐसे लोगों की खोजबीन के लिए लगाया जा रहा है.
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जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. राजीव दीक्षित (District Surveillance Officer Rajiv Dixit) ने ईटीवी भारत को बताया कि उत्तराखंड में 1 नवंबर से अब तक 632 यात्री आए थे, इसमें 224 यात्रियों का पता नहीं चल पा रहा है. 182 यात्रियों को ट्रैक कर लिया गया है. जबकि, 43 यात्रियों के सैंपल भी लिए गए हैं. हालांकि, अभी तक कोई भी यात्री कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला (passenger not found corona positive) है.
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