देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना वैक्सीनेशन का काम जोर-शोर से चल रहा है. राज्य में हेल्थ केयर वर्करों को वैक्सीन दी जा रही है. उधर, फ्रंट लाइन वर्करों को भी वैक्सीन दिए जाने की तैयारी की जा रही है. इस बीच हेल्थ केयर वर्कर को दूसरा डोज दिए जाने की भी तैयारियां हैं, जिसके लिए हेल्थ केयर वर्कर न केवल तैयार हैं बल्कि आम लोगों को भी वैक्सीन पर संदेह न करने की सलाह दे रहे हैं.
उत्तराखंड में वैक्सीनेशन के काम को प्रदेश के विभिन्न केंद्रों में किया जा रहा है. प्रदेश में कुल 137 जगहों पर हेल्थ के वर्कर को वैक्सीन दी जा रही है, जबकि अबतक 103852 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. खास बात ये है कि वैक्सीन की दूसरी डोज को करीब एक महीने बाद लगाया जाना है. वो समय भी नजदीक आ रहा है, लिहाजा स्वास्थ्यकर्मियों को फरवरी 16 तारीख के बाद कभी भी दूसरी डोज लगाई जा सकती है. वैक्सीन को लेकर सभी हेल्थ केयर वर्कर्स काफी उत्साहित हैं. दूसरा डोज लगने के बाद उम्मीद है कि धीरे-धीरे देश कोरोना से मुक्त हो जाएगा.
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वैक्सीन की दूसरी डोज को लेकर चिकित्सकों ने खुशी को जाहिर की है. इसके साथ ही पहली डोज के बाद के अनुभवों को भी साझा किया है. चिकित्सकों की मानें तो पहले डोज के बाद हल्का बुखार और बदन दर्द की शिकायत हो सकती है, लेकिन यह साइड इफेक्ट नहीं बल्कि वैक्सीन लगने के बाद इम्यूनिटी के बेहतर होने का संकेत हैं. किसी को भी इस से डरना नहीं चाहिए. बेहद सावधानी के साथ और नियमों का पालन करते हुए वैक्सीन लगाई जा रही है. ऐसे में सभी को इस वैक्सीन को लगानी चाहिए .