ETV Bharat / state

पूर्व लोकसभा सांसद हरपाल सिंह साथी ने थामा 'कमल' का फूल, कांग्रेस में जाने को बताया 'भूल' - पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक

तीन बार लोकसभा सांसद रहे हरपाल साथी सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी में शामिल हो गए. इससे पहले उन्होंने बीजेपी से कांग्रेस का दामन थामा था. उन्होंने कांग्रेस में जाने को बड़ी भूल करार दिया है. साथ ही लक्ष्मण रेखा पार करने की बात कही है.

Harpal Singh Sathi Joins BJP
हरपाल सिंह साथी
author img

By

Published : Sep 5, 2022, 6:22 PM IST

Updated : Sep 5, 2022, 6:49 PM IST

देहरादूनः हरिद्वार पंचायत चुनाव के लिए बीजेपी ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है. इसके साथ ही चुनाव को जीतने के लिए बीजेपी ने सेंधमारी भी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में तीन बार के लोकसभा सांसद रहे हरपाल साथी ने कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी में घर वापसी (Harpal Sathi Joins BJP) की है. बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Former CM Ramesh Pokhriyal Nishank) और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट (BJP State President Mahendra Bhatt) के मौजूदगी में हरपाल साथी ने बीजेपी का दामन थामा.

हरिद्वार पंचायत चुनाव (Haridwar Panchayat Election) में बीजेपी को बड़ा फायदा होने वाला है. इसकी बड़ी वजह पंचायत चुनाव से पहले हरपाल साथी का बीजेपी में शामिल होना है. आज पूर्व लोकसभा सांसद हरपाल साथी (Harpal Singh Sathi Joins BJP) अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी में शामिल हुए. इस मौके पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने हरपाल साथी के बीजेपी में घर वापसी के फायदे गिनाए. उन्होंने कहा कि इससे बीजेपी और मजबूत हुई है.

हरपाल साथी बीजेपी में शामिल.

कांग्रेस में शामिल होना एक बड़ी भूल, लक्ष्मण रेखा कर दी थी पारः बीजेपी में फिर से शामिल होने के बाद हरपाल साथी (Former Lok Sabha MP Harpal Sathi) ने कहा कि वो पहले बीजेपी में थे और तीन बार लोकसभा सांसद रहे हैं, लेकिन उन्होंने लक्ष्मण रेखा पार किया, जो कि उनकी एक बड़ी भूल थी, लेकिन अब उन्होंने एक बार फिर से घर वापसी कर ली है. लिहाजा, अब बीजेपी संगठन के लिए पूरी मेहनत और लगन के साथ काम करेंगे.
ये भी पढ़ेंः हरिद्वार पंचायत चुनाव से पहले कांग्रेस और बसपा को झटका, कई कार्यकर्ता BJP में शामिल

हरिद्वार में पंचायत चुनावः बता दें कि उत्तराखंड में हरिद्वार जिला ऐसा है, जहां पंचायत चुनाव राज्य के बाकी 12 जिलों के साथ नहीं होते हैं. राज्य गठन के बाद से ही यह परिपाटी जारी है. बीते साल मार्च से जून के बीच पंचायतों का कार्यकाल खत्म होने के बाद इन्हें प्रशासकों के हवाले कर दिया गया था. अब पंचायत चुनाव को लेकर तिथि का ऐलान हो गया है. 6 से 8 सितंबर तक नामांकन होंगे. जिसके बाद 9 से 11 सितंबर तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी. वहीं, 12 सितंबर को नामांकन वापस लेने की तिथि होगी और 13 सितंबर को प्रतीकों का आवंटन होगा. मतदान 26 सितंबर और मतगणना 29 सितंबर को होगी.

देहरादूनः हरिद्वार पंचायत चुनाव के लिए बीजेपी ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है. इसके साथ ही चुनाव को जीतने के लिए बीजेपी ने सेंधमारी भी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में तीन बार के लोकसभा सांसद रहे हरपाल साथी ने कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी में घर वापसी (Harpal Sathi Joins BJP) की है. बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Former CM Ramesh Pokhriyal Nishank) और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट (BJP State President Mahendra Bhatt) के मौजूदगी में हरपाल साथी ने बीजेपी का दामन थामा.

हरिद्वार पंचायत चुनाव (Haridwar Panchayat Election) में बीजेपी को बड़ा फायदा होने वाला है. इसकी बड़ी वजह पंचायत चुनाव से पहले हरपाल साथी का बीजेपी में शामिल होना है. आज पूर्व लोकसभा सांसद हरपाल साथी (Harpal Singh Sathi Joins BJP) अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी में शामिल हुए. इस मौके पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने हरपाल साथी के बीजेपी में घर वापसी के फायदे गिनाए. उन्होंने कहा कि इससे बीजेपी और मजबूत हुई है.

हरपाल साथी बीजेपी में शामिल.

कांग्रेस में शामिल होना एक बड़ी भूल, लक्ष्मण रेखा कर दी थी पारः बीजेपी में फिर से शामिल होने के बाद हरपाल साथी (Former Lok Sabha MP Harpal Sathi) ने कहा कि वो पहले बीजेपी में थे और तीन बार लोकसभा सांसद रहे हैं, लेकिन उन्होंने लक्ष्मण रेखा पार किया, जो कि उनकी एक बड़ी भूल थी, लेकिन अब उन्होंने एक बार फिर से घर वापसी कर ली है. लिहाजा, अब बीजेपी संगठन के लिए पूरी मेहनत और लगन के साथ काम करेंगे.
ये भी पढ़ेंः हरिद्वार पंचायत चुनाव से पहले कांग्रेस और बसपा को झटका, कई कार्यकर्ता BJP में शामिल

हरिद्वार में पंचायत चुनावः बता दें कि उत्तराखंड में हरिद्वार जिला ऐसा है, जहां पंचायत चुनाव राज्य के बाकी 12 जिलों के साथ नहीं होते हैं. राज्य गठन के बाद से ही यह परिपाटी जारी है. बीते साल मार्च से जून के बीच पंचायतों का कार्यकाल खत्म होने के बाद इन्हें प्रशासकों के हवाले कर दिया गया था. अब पंचायत चुनाव को लेकर तिथि का ऐलान हो गया है. 6 से 8 सितंबर तक नामांकन होंगे. जिसके बाद 9 से 11 सितंबर तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी. वहीं, 12 सितंबर को नामांकन वापस लेने की तिथि होगी और 13 सितंबर को प्रतीकों का आवंटन होगा. मतदान 26 सितंबर और मतगणना 29 सितंबर को होगी.

Last Updated : Sep 5, 2022, 6:49 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.