देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत प्रदेश में नशे के खिलाफ लोगों को जागरुक करने का बीड़ा उठाया है. नशे के खिलाफ युवाओं को जागरुक करने के लिए हरीश रावत ने पद यात्रा निकालने का एलान किया है.
बढ़ती हुई बेरोजगारी और नशाखोरी को दूर करने के उद्देश्य से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत जल्द पदयात्रा निकालने जा रहे हैं. इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया के जरिय दी. सोशल मीडिया पर उन्होंने लिखा कि नशाखोरी और बेरोजगारी आज के समय में सबसे बड़ी समस्या है.
उत्तराखंड का भविष्य चिंताजनक दिशा की ओर जा रहा है. मुझे उम्मीद थी कि हल्द्वानी में निकाले गए मेरे 'नशा नहीं-रोजगार दो' मार्च के बाद सरकार रिक्त पड़े हुए सरकारी पदों को भरने में दिलचस्पी लेगी. बढ़ते हुए ड्रग्स और नकली शराब के धंधे को नियंत्रित करेगी.
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हरीश रावत ने कहा कि उन्होंने समय-समय पर पदयात्रा करके समाज को जागरुक करने के साथ सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की. हरीश रावत 29 से 31 दिसंबर के बीच हरिद्वार की हर की पैड़ी से ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट तक टुकड़ों-टुकड़ों में पदयात्रा करेंगे.
बता दें कि इसके पहले हरीश रावत ने टीएचडीसी के विनिवेश के विरोध में ऋषिकेश में ही धरना दिया था. एक बार फिर हरीश रावत हर की पैड़ी से पदयात्रा निकालकर ड्रग्स और नशे के खिलाफ अभियान छेड़ने जा रहे हैं.