मसूरी: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत शनिवार को मसूरी-देहरादून रोड के भट्टा गांव पहुंचे. जहां उन्होंने सड़क किनारे भुट्टा बेच रहे दुकानदारों से बात की. इस दौरान वे खुद ही भुट्टे भूनते भी नजर आये. यहां के लोगों से बात करते हुए हरीश रावत ने गांव के बारे में जाना. ग्रामीणों ने भी हरदा को दिल खोलकर गांव की बातें और विशेषताएं बताई.
हरीश रावत ने कहा कि भट्टा गांव के भुट्टे काफी स्वादिष्ट हैं. उन्होंने बताया कि जिस तरीके से हल्द्वानी के निकट जमरानी गांव के भुट्टे काफी मशहूर हैं, उसी तरीके से भट्टा गांव के भुट्टे की अपनी ही अलग बात है. मसूरी के आसपास जौनपुर क्षेत्र के भुट्टे काफी स्वादिष्ट हैं. उन्होंने बताया कि आज वह अपने घर में थे, तभी अचानक उनका भुट्टे खाने का मन हुआ. जिसके बाद वो मसूरी के रास्ते पर स्थित भट्टा गांव पहुंचे.
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हरीश रावत भट्टा गांव में आकाश की दुकान पर रुके. जहां उन्होंने खुद भुट्टे भूने. उन्होंने बताया कि आकाश के पास भगवानपुर का भुट्टा भी है. उन्होंने बताया कि जब वह मुख्यमंत्री थे तो उनके द्वारा भगवानपुर में भुट्टे की फसल को लेकर बिहार के मुजफ्फरपुर से बीज मंगवाये गए थे. जिसे भगवानपुर में लगाया गया था. आज वहां भुट्टे के खेती भारी मात्रा में हो रही है.
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बता दें कि हरीश रावत पहाड़ी व्यंजनों के काफी शौकीन है. इसको लेकर उन्होंने अपने कार्यकाल में पहाड़ी व्यंजनों और उत्पादों को मार्केट देने के लिए काफी काम भी किया. उन्होंने सभी बड़े ओर छोटे होटलों में पहाड़ी व्यजनों को शामिल करवाया. जिससे देश-विदेश से प्रदेश में आने वाले पर्यटक पहाड़ी व्यंजनों का स्वाद ले सकें.