देहरादून: प्रदेश में चर्चित रहे स्टिंग मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत समेत दो मौजूदा विधायकों, उमेश कुमार और मदन बिष्ट को सीबीआई की ओर से नोटिस जारी किए गए हैं. जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी.
स्टिंग मामले में जारी किये गये नोटिस पर बोलते हुए हरीश रावत ने कहा हम प्रतिपक्ष हैं, लेकिन सरकारी एजेंसीज के विरोधी नहीं हैं. उन्होंने कहा मैं सार्वजनिक जीवन में बड़े लंबे समय से हूं , 1970 से लेकर 1972 तक स्कूल का प्रबंधक रहा हूं. इसके अलावा युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष होने के साथ ब्लॉक प्रमुख जैसे कई अन्य पदों की जिम्मेदारी संभाल चुका हूं. इन 40 से 45 सालों में किसी ना किसी पद पर रहते हुए शासन और सत्ता को प्रभावित किया जा सकता था, ऐसे में यदि उनपर किसी भी तरह की जांच की जाए, उससे लगा कुहासा छंटने के साथ ही निजी स्वार्थों द्वारा पैदा किया गया भ्रम भी समाप्त हो जाएगा.
-
जब तक मेरे पांव और मुंह, दोनों चलेंगे #CBI आदि दोस्त मेरे नजदीक रहेंगे ही रहेंगे। हम प्रतिपक्ष हैं, मगर सरकारी एजेंसीज के विरोधी नहीं हैं, सहयोग रहेगा। मैं 1970-71, 72 में स्कूल का प्रबंधक, युवक कांग्रेस का जिला अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख जैसे पदों पर विराजमान हो चुका था,
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) June 23, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
1/2 pic.twitter.com/M6vNBo9wDS
">जब तक मेरे पांव और मुंह, दोनों चलेंगे #CBI आदि दोस्त मेरे नजदीक रहेंगे ही रहेंगे। हम प्रतिपक्ष हैं, मगर सरकारी एजेंसीज के विरोधी नहीं हैं, सहयोग रहेगा। मैं 1970-71, 72 में स्कूल का प्रबंधक, युवक कांग्रेस का जिला अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख जैसे पदों पर विराजमान हो चुका था,
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) June 23, 2023
1/2 pic.twitter.com/M6vNBo9wDSजब तक मेरे पांव और मुंह, दोनों चलेंगे #CBI आदि दोस्त मेरे नजदीक रहेंगे ही रहेंगे। हम प्रतिपक्ष हैं, मगर सरकारी एजेंसीज के विरोधी नहीं हैं, सहयोग रहेगा। मैं 1970-71, 72 में स्कूल का प्रबंधक, युवक कांग्रेस का जिला अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख जैसे पदों पर विराजमान हो चुका था,
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) June 23, 2023
1/2 pic.twitter.com/M6vNBo9wDS
पढ़ें- हरीश रावत स्टिंग प्रकरण में फिर एक्टिव हुई CBI, 4 नेताओं को भेजे नोटिस, लिए जाएंगे वॉयस सैंपल!
हरीश रावत ने कहा उनको किसी भी जांच में कोई संकोच नहीं है, बल्कि जांच में वह पूरी तरह सहयोग करेंगे, लेकिन वह अवश्य इस बात को कहना चाहते हैं कि मेरे पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है, जो कुछ था वह 2017 में खो दिया था. हरीश रावत ने कहा प्रदेश के विकास को लेकर उनका विजन और कार्यक्रम थे, लेकिन कुछ लोगों ने निजी स्वार्थों के लिए षड्यंत्र रचकर उनसे यह सब छीन लिया.