देहरादून: ममता बनर्जी और CBI का मामला दिनों-दिन पेचीदा होता जा रहा है. पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में ममता बनर्जी का केंद्र सरकार के खिलाफ धरना जारी है. गौर हो कि शारदा चिटफंड घोटाले में सीबीआई के कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से पूछताछ करने की कोशिश के खिलाफ ममता धरने पर बैठी हैं. ममता के प्रदर्शन को विपक्षी दलों का भी साथ मिला है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुला समर्थन दिया है.
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राहुल के समर्थन के एलान के साथ ही कांग्रेस महासचिव व उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी ममता बनर्जी को समर्थन देते हुए लिखा है कि लोकतंत्र और संविधान बचाने की लड़ाई में कांग्रेस ममता का साथ खड़ी है. उन्होंने राहुल गांधी के कंधे से कंधा मिलाकर चलने की बात भी कही है. वहीं दूसरे दल भी ममता बनर्जी के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. अरविंद केजरीवाल, शरद पवार, लालू यादव, अखिलेश यादव ने भी ममता बनर्जी का समर्थन किया है.
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क्या है पूरा मामला?
दरअसल, सारदा चिट फंट घोटाले की जांच कर रही सीबीआई की 40 सदस्यीय टीम अचानक कोलकाता के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के घर छापा मारने पहुंच गई, लेकिन वहां पहले से मौजूद राज्य पुलिस के अफसरों ने उन्हें रोक दिया. इसी दौरान दोनों एजेंसियों के अफसरों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. नौबत यहां तक पहुंच गई कि सीबीआई की टीम के 5 लोगों को हिरासत में लेकर थाने ले जाया गया. हालांकि, करीब तीन घंटे बाद उन्हें छोड़ दिया गया लेकिन तबतक कोलकाता से दिल्ली तक हड़कंप मच गया था.
इस बीच ममता बनर्जी कुमार के घर पहुंचीं और सीबीआई पर बिना जानकारी दिए वहां आने का आरोप लगाया. वहीं सीबीआई का कहना था कि उनके पास सभी जरूरी कागजात मौजूद थे. ममता ने केंद्र सरकार व पीएम मोदी पर बंगाल सरकार का तख्तापलट की साजिश करने का आरोप लगाया और धरने पर बैठने का एलान किया. फिलहाल पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी कोलकाता के मेट्रो चैनल के पास 'संविधान बचाओ' धरने पर बैठी हैं.
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ममता का कहना है कि केंद्र की मोदी सरकार विपक्ष के नेताओं को निशाना बना रही है. तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है.