देहरादून: कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बीच जुबानी जंग किसी से छुपी नहीं है. बीते दिनों हरक सिंह रावत के माफी मांगने के बाद से ही दोनों के बीच लंबे समय से चल रही जुबानी जंग अब थमती दिख रही है. इसी बीच हरक सिंह रावत के सवाल पर हरीश रावत ने बड़े अनोखे अंदाज में कहा 'क्या कहूं कुछ कहा न जाए, बिन कहे कुछ रहा भी न जाए' ऐसी स्थिति उनकी है. यही नहीं हरक सिंह रावत के हनीट्रैप वाले आरोप पर हरीश रावत ने जवाब दिया. उन्होंने कहा उन्होंने ऐसा कार्य किया है तो जनता उन्हें पत्थर मारकर उत्तराखंड से बाहर कर दे.
दरअसल, बीते दिन कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और उनके करीबियों पर आरोप लगाए थे कि महिलाओं को पैसे देकर उन पर लांछन लगाए जाने की कोशिश की गई. जिसके सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि ऐसे घृणित कार्य करने वाले का उत्तराखंड में कोई स्थान नहीं है. अगर उन्होंने किसी को हनीट्रैप में फंसाने की कोशिश की है तो उन्हें लगता है कि उत्तराखंड के लोगों को उन्हें पत्थर मारकर प्रदेश से बाहर कर देना चाहिए.
पढ़ें- बागेश्वर: रेस्क्यू टीम को नाकुंड में दिखे 5 पर्यटकों के शव, गाइड अभी भी लापता
साथ ही हरक सिंह रावत पर टिप्पणी करते हुए हरीश रावत ने कहा कि वह माफ करने वाले कौन होते हैं. जबकि उन्होंने माफी, राज्य लोकतंत्र के लिए मांगने को कहा था. हरीश रावत ने कहा कि इन पौने पांच साल भाजपा सरकार में कोई काम नहीं हुआ है. जो नेता साल 2016 में भाजपा में शामिल हुए हैं, उनके विधानसभा क्षेत्रों में जा कर देख लें. वहां पर जितने बोर्ड लगे हुए हैं वे सभी हरीश रावत के कार्यकाल के हैं.
पढ़ें- नैनीतालः बंद सड़कों के कारण मरीज परेशान, वाहन और स्ट्रेचर के सहारे पहुंचाया जा रहा अस्पताल
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने बीते दिन उत्तर प्रदेश में 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देने की बात कही थी. जिसके सवाल पर हरीश रावत ने कहा वह प्रदेश में महिलाओं के लिए वकील की तरह काम करेंगे. जिस भी विधानसभा क्षेत्र में टक्कर स्पष्ट भी नहीं होगी उन विधानसभा क्षेत्रों में भी महिला उम्मीदवारों को अवसर देंगे.
पढ़ें- बागेश्वर: रेस्क्यू टीम को नाकुंड में दिखे 5 पर्यटकों के शव, गाइड अभी भी लापता
बागी नेताओं की कांग्रेस में वापसी के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा अगर कांग्रेस को वही करना हो जो भाजपा चाह रही है तो ऐसे में कांग्रेस और भाजपा में क्या ही अंतर रहेगा. लिहाजा कांग्रेस सिर्फ भाजपा के दुष्ट कृति का जवाब देगी. यानी अगर भाजपा कांग्रेस पार्टी में छेड़छाड़ करेगी तो कांग्रेस भी इसका जवाब देगी.