देहरादून: बीजेपी विधायक किशोर उपाध्याय (MLA Kishore Upadhyay) के भाई की पत्नी नाजिया की हिरासत मामले में पूर्व सीएम हरीश रावत (Former CM Harish Rawat) ने बड़ा बयान दिया है. हरीश रावत ने कहा है कि 'अच्छा हुआ मैं आज मुख्यमंत्री नहीं हूं, दो राजनीतिक गिरफ्तारियों के समाचार छपे हैं, जो जमीन हड़पने को लेकर हैं. यदि मैं मुख्यमंत्री होता पता नहीं मुझपर क्या क्या आरोप लगा दिए जाते. पता नहीं कहां-कहां से खटास निकालकर मुझपर ये थोपे जाते.
हरीश रावत की इस पोस्ट के बाद यह साफ है कि हरीश रावत को मालूम है कि अगर किशोर उपाध्याय अभी कांग्रेस में होते तो बीजेपी या अन्य दल सीधे तौर पर हरीश रावत पर ही आरोप लगाते कि उनकी ही देखरेख में यह सारा काम हुआ है. लेकिन अब क्योंकि बीजेपी सरकार में यह मामला दर्ज हुआ और गिरफ्तारी हुई है. ऐसे में ना केवल किशोर उपाध्याय बल्कि बीजेपी पर भी हरीश रावत ने तंज कसा है.
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नाजिया पर आरोपः आरोपों के मुताबिक, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान में टिहरी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक किशोर उपाध्याय के भाई सचिन उपाध्याय और उनकी पत्नी नाजिया यूसुफ के खिलाफ देहरादून, दिल्ली, एनसीआर में करोड़ों की प्रॉपर्टी फर्जीवाड़े और निजी कंपनियां बनाकर धोखाधड़ी करने के गंभीर मामले दर्ज हैं. यही कारण रहा कि सचिन उपाध्याय और उनकी पत्नी नाजिया यूसुफ के खिलाफ इनाम घोषित करने के साथ ही लुकआउट नोटिस जारी कर पुलिस लंबे समय से उनकी तलाश में थी. नाजिया यूसुफ को केरल हाईकोर्ट से जमानत आदेश की प्रस्तुति के बाद कोच्चि की नेदुंबसेरी पुलिस ने रिहा कर दिया है.
इन दिनों चर्चा में हैं हरीश रावत: चंपावत उपचुनाव को लेकर हरीश रावत लगातार चर्चा में हैं. बीते रोज लालकुआं से चंपावत जाते हुए सड़क के गड्ढों को देखकर बीच सड़क पर ही धरने पर बैठ गए थे. आज पहाड़ी उत्पादों को जब सड़क किनारे बच्चे बेच रहे थे, तो उनमें से एक बच्चे की काफल की टोकरी हरीश रावत ने सिर पर रख ली. उनके साथ राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा, यशपाल आर्य और पार्टी के दूसरे नेता भी मौजूद थे. हरीश रावत ने कहा कि तमाम कांग्रेसी नेताओं को काफल और दूसरे पहाड़ी फल जरूर खाने चाहिए तभी बीजेपी से वह मुकाबला कर पाएंगे.