देहरादून: पूर्व सीएम हरीश रावत का दर्द एक बार फिर से छलका है. जिसको लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना दर्द बयां किया है. हरीश रावत का कहना है कि जो बयान या वक्तव्य वो नहीं भी देते हैं, वह भी उनके नाम पर जुड़ जाता है. जिसकी वजह से न चाहते हुए भी उनके नाम पर गड़बड़ टिप्णियां दर्ज हो जाता है.
हरीश रावत ने ट्वीट कर अपना यह दुख बयां किया है. उन्होंने लिखा यदि हम यह प्रतीक्षा करते हैं कि हमारे वक्तव्य पढ़ें, हमारे स्टेटमेंट्स अखबारों में साया हों, तो अखबार कभी अनचाही टिप्पणी भी कर दें, तो उसको सहना पड़ता है. मगर मेरी मुसीबत यह है कि इस मामले में मेरा नाम चौंरी है. चौंरी मतलब जो चीजें मुझे मालूम ही नहीं रहती हैं, वो सब भी मेरे नाम पर जुड़ जाता हैं.
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#Thankyou_Uttarakhand
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 13, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
यदि हम यह प्रतीक्षा करते हैं कि हमारे वक्तव्य पढ़ें, हमारे स्टेटमेंट्स अखबारों में साया हों, तो अखबार कभी अनचाही टिप्पणी भी कर दें, तो उसको सहना पड़ता है। मगर मेरी मुसीबत यह है कि इस मामले में मेरा नाम चौंरी है।
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— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 13, 2022
यदि हम यह प्रतीक्षा करते हैं कि हमारे वक्तव्य पढ़ें, हमारे स्टेटमेंट्स अखबारों में साया हों, तो अखबार कभी अनचाही टिप्पणी भी कर दें, तो उसको सहना पड़ता है। मगर मेरी मुसीबत यह है कि इस मामले में मेरा नाम चौंरी है।
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— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 13, 2022
यदि हम यह प्रतीक्षा करते हैं कि हमारे वक्तव्य पढ़ें, हमारे स्टेटमेंट्स अखबारों में साया हों, तो अखबार कभी अनचाही टिप्पणी भी कर दें, तो उसको सहना पड़ता है। मगर मेरी मुसीबत यह है कि इस मामले में मेरा नाम चौंरी है।
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प्रत्येक गांव में एक आदमी चौंरी हो जाता है, जिसकी कहीं न कहीं की गई, न की गई सब गड़बड़ें उसके नाम पर दर्ज हो जाती हैं. यदि अच्छी बातें मेरे नाम पर दर्ज होती हैं तो फिर कुछ गड़बड़ टिप्पणियां भी मेरे नाम पर दर्ज की जा रही हैं. खैर कोई बात नहीं, थैंक्यू उत्तराखंड