देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और आसाम प्रभारी हरीश रावत ने लॉकडाउन के दौरान उत्तराखंड में कॉन्ट्रेक्टरों के अधीन काम करने वाले सिडकुल के श्रमिकों के रोजगार को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने राज्य सरकार से सिडकुल के श्रमिकों की मजदूरी और खाने का पैसा चुकाने का आग्रह किया है.
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि सिडकुल स्थित फैक्ट्रियों में काम करने वाले श्रमिक इस समय बहुत परेशान हैं. जैसे ही लॉकडाउन शुरू हुआ वैसे ही ठेकेदार चले गये. अब उन ठेकेदारों का कहीं अता पता नहीं है और सिडकुल के श्रमिकों के पास जो कमाई बची थी, वह उनके खाने में खर्च हो गई.
अब इन मजदूरों के समझ में कुछ नहीं आ रहा है कि आखिर आगे कैसे जीवन यापन होगा. मगर सिडकुल को मजदूरों की जरूरत है, ऐसे में वे राज्य सरकार से आग्रह करना चाहते हैं कि केंद्र सरकार के अनुसार राज्य सरकार इन श्रमिकों की मजदूरी और खाने को पैसा दे ताकि इन श्रमिकों को न्याय मिल सके.
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हरीश रावत ने राज्य सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि राज्य सरकार इन श्रमिकों की मजदूरी चुकाए या फिर उन फैक्ट्रियों के मालिकों से वार्ता करके इनकी मजदूरी दिलवाये जो मालिक मजदूरी देने में समर्थ हैं, क्योंकि इन मजदूरों की उत्तराखंड को फिर से जरूरत पड़ेगी, इसलिए इनको न्याय दिया जाना चाहिए.