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अब दलित चेहरे का क्या होगा? हरीश रावत ने बाबा केदार से मांगा खुद को CM बनाने का आशीर्वाद - उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 न्यूज

हरीश रावत एक बार फिर उत्तराखंड में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज होना चाहते हैं. कांग्रेस हाईकमान ने अभी भले ही उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए सीएम का चेहरा घोषित नहीं किया हो, लेकिन हरीश रावत ने बाबा केदार से खुद मुख्यमंत्री बनने के लिए आशीर्वाद मांगा है.

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Published : Oct 27, 2021, 4:16 PM IST

Updated : Oct 27, 2021, 5:24 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा? किस के चेहरे पर कांग्रेस चुनावी मैदान में उतरेगी? इसका इशारा कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कर दिया है. हरीश रावत मंगलवार (26 अक्टूबर) को केदारनाथ गए थे. यहां उन्होंने बाबा केदार से खुद को मुख्यमंत्री बनने के लिए आशीर्वाद मांगा. यानी हरीश रावत ने खुद को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर दिया है.

हरीश रावत पिछले काफी समय से पार्टी हाईकमान से मांग कर रहे थे कि उत्तराखंड में पार्टी सीएम का चेहरा घोषित करे. ताकि कांग्रेस उसी चेहर पर चुनाव लड़ सके और आगे की रणनीति बना सके. वहीं कुछ दिनों पहले लक्सर में हुई एक रैली के दौरान हरीश रावत ने कहा था कि उत्तराखंड में भी वे किसी दलित चेहरे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते है. हालांकि बुधवार को उन्होंने जो ट्वीट किया उसमें उन्होंने अपनी मंशा साफ कर दी.

पढ़ें- हरीश रावत ने हरक के बयान को बताया BJP के काम की समरी, कहा- 'योग्य' ही आएंगे घर

दलित मुख्यमंत्री की वकालत करते-करते बयां कर दी इच्छा: पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत भले ही अपने बयानों में यह बात पहले कई बार कह चुके हों कि उत्तराखंड का मुख्यमंत्री कोई दलित चेहरा होगा या दलित चेहरा अगर मुख्यमंत्री बनता है तो उन्हें प्रसन्नता होगी, लेकिन उनके मन में क्या है ये बात आज उन्होंने अपने सोशल मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक कर दी. एक समय था जब हरीश रावत ब्राह्मण मुख्यमंत्री की वकालत करते थे, फिर समय ऐसा आया कि पंजाब में दलित मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस ने वाहवाही लूटने की कोशिश की, और उसी भावना में बहते हुए हरीश रावत ने उत्तराखंड में भी एक दलित मुख्यमंत्री बनाने की बात कह दी. लेकिन अब खुद हरीश रावत ने पोस्ट पर यह लिखकर साफ कर दिया है कि उन्होंने बाबा केदार से यही मांगा है कि वो उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनें और जो 2017 तक मुख्यमंत्री रहते हुए नहीं कर पाए थे वो अब कर पाएं.

हरीश रावत ने लिखा कि,

पत्रकार बंधु उनसे पूछ रहे हैं कि उन्होंने केदारनाथ जी से क्या मांगा. उनकी उत्सुकता के लिए बता दूं कि हरीश रावत ने बाबा केदार से 2022 में विजय का आशीर्वाद मांगा है. हरीश रावत ने आगे लिखा कि केदार बाबा मैं 2014 से 2017 के कुछ समय तक अपने कार्यकाल के दौरान जो कुछ उत्तराखंड के लिए कर पाया वो कई क्षेत्रों में अभूतपूर्व था. मैं इस बार पहले से और अच्छा काम कर सकूं इसीलिये मुझे मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दीजिए. यदि मैं अपनी परफॉर्मेंस को दोहराकर के उसमें सुधार न कर सकूं तो फिर सबकी चाहत हरीश रावत ही बने रहने दीजियेगा, मेरे लिए वही आशीर्वाद काफी है.

हरीश रावत ने लिखा कि,

मैं एक राजनैतिक नृतक हूं, अवसर मिलेगा तो नृत्य करना मेरा स्वभाव है और मेरा हर नृत्य बाबा केदार को समर्पित होता है. हरीश रावत ने लिखा कि बाबा का आशीर्वाद रहेगा तो वे हर भूमिका में बेहतर करने की कोशिश करेंगे.

पढ़ें- सांप-नेवले वाले बयान पर सुबोध उनियाल का हरीश रावत पर तंज, कहा- खुद को बता रहे हैं सांप

हरीश रावत ने लिखा कि इस बार फिर उनका इम्तिहान (उत्तराखंड चुनाव 2022) है. इस इम्तिहान में तभी पास होना चाहूंगा, जब मैं राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर अपने पहले के कार्यकाल से और बेहतर काम कर सकूं. वरना प्रभु आपने मुझे जो दिया है, वह भी मेरी योग्यता से अधिक है. मैं उसी को लेकर सतुष्ट हूं. मुझे अब केवल पद, पद के लिए नहीं चाहिए बल्कि ऐसा कुछ करने के लिए चाहिए कि मैं आगे के लोगों के लिए जनसेवक और विकास का उच्च मापदंड स्थापित कर सकूं.

देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा? किस के चेहरे पर कांग्रेस चुनावी मैदान में उतरेगी? इसका इशारा कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कर दिया है. हरीश रावत मंगलवार (26 अक्टूबर) को केदारनाथ गए थे. यहां उन्होंने बाबा केदार से खुद को मुख्यमंत्री बनने के लिए आशीर्वाद मांगा. यानी हरीश रावत ने खुद को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर दिया है.

हरीश रावत पिछले काफी समय से पार्टी हाईकमान से मांग कर रहे थे कि उत्तराखंड में पार्टी सीएम का चेहरा घोषित करे. ताकि कांग्रेस उसी चेहर पर चुनाव लड़ सके और आगे की रणनीति बना सके. वहीं कुछ दिनों पहले लक्सर में हुई एक रैली के दौरान हरीश रावत ने कहा था कि उत्तराखंड में भी वे किसी दलित चेहरे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते है. हालांकि बुधवार को उन्होंने जो ट्वीट किया उसमें उन्होंने अपनी मंशा साफ कर दी.

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दलित मुख्यमंत्री की वकालत करते-करते बयां कर दी इच्छा: पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत भले ही अपने बयानों में यह बात पहले कई बार कह चुके हों कि उत्तराखंड का मुख्यमंत्री कोई दलित चेहरा होगा या दलित चेहरा अगर मुख्यमंत्री बनता है तो उन्हें प्रसन्नता होगी, लेकिन उनके मन में क्या है ये बात आज उन्होंने अपने सोशल मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक कर दी. एक समय था जब हरीश रावत ब्राह्मण मुख्यमंत्री की वकालत करते थे, फिर समय ऐसा आया कि पंजाब में दलित मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस ने वाहवाही लूटने की कोशिश की, और उसी भावना में बहते हुए हरीश रावत ने उत्तराखंड में भी एक दलित मुख्यमंत्री बनाने की बात कह दी. लेकिन अब खुद हरीश रावत ने पोस्ट पर यह लिखकर साफ कर दिया है कि उन्होंने बाबा केदार से यही मांगा है कि वो उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनें और जो 2017 तक मुख्यमंत्री रहते हुए नहीं कर पाए थे वो अब कर पाएं.

हरीश रावत ने लिखा कि,

पत्रकार बंधु उनसे पूछ रहे हैं कि उन्होंने केदारनाथ जी से क्या मांगा. उनकी उत्सुकता के लिए बता दूं कि हरीश रावत ने बाबा केदार से 2022 में विजय का आशीर्वाद मांगा है. हरीश रावत ने आगे लिखा कि केदार बाबा मैं 2014 से 2017 के कुछ समय तक अपने कार्यकाल के दौरान जो कुछ उत्तराखंड के लिए कर पाया वो कई क्षेत्रों में अभूतपूर्व था. मैं इस बार पहले से और अच्छा काम कर सकूं इसीलिये मुझे मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दीजिए. यदि मैं अपनी परफॉर्मेंस को दोहराकर के उसमें सुधार न कर सकूं तो फिर सबकी चाहत हरीश रावत ही बने रहने दीजियेगा, मेरे लिए वही आशीर्वाद काफी है.

हरीश रावत ने लिखा कि,

मैं एक राजनैतिक नृतक हूं, अवसर मिलेगा तो नृत्य करना मेरा स्वभाव है और मेरा हर नृत्य बाबा केदार को समर्पित होता है. हरीश रावत ने लिखा कि बाबा का आशीर्वाद रहेगा तो वे हर भूमिका में बेहतर करने की कोशिश करेंगे.

पढ़ें- सांप-नेवले वाले बयान पर सुबोध उनियाल का हरीश रावत पर तंज, कहा- खुद को बता रहे हैं सांप

हरीश रावत ने लिखा कि इस बार फिर उनका इम्तिहान (उत्तराखंड चुनाव 2022) है. इस इम्तिहान में तभी पास होना चाहूंगा, जब मैं राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर अपने पहले के कार्यकाल से और बेहतर काम कर सकूं. वरना प्रभु आपने मुझे जो दिया है, वह भी मेरी योग्यता से अधिक है. मैं उसी को लेकर सतुष्ट हूं. मुझे अब केवल पद, पद के लिए नहीं चाहिए बल्कि ऐसा कुछ करने के लिए चाहिए कि मैं आगे के लोगों के लिए जनसेवक और विकास का उच्च मापदंड स्थापित कर सकूं.

Last Updated : Oct 27, 2021, 5:24 PM IST
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