देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पलटवार किया है. सीएम त्रिवेंद्र रावत ने हल्द्वानी में चल रहे विरोध प्रदर्शन के पीछे जामिया और कश्मीरी से आए उपद्रवियों का हाथ बताया है. पूर्व सीएम हरीश रावत ने बिना किसी ठोस जानकारी के सभी विश्वविद्यालयों के छात्रों को चिन्हित करने की बात को गलत बताते हुए सीएम त्रिवेंद्र रावत से अपने बयान पर फिर से विचार करने की अपील की है.
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पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सीएम त्रिवेंद्र रावत का बयान सुनकर आश्चर्य हुआ कि कश्मीर के छात्र जिन्होंने उत्तराखंड को अपनी पसंद बनाया है और जो यहां विभिन्न संस्थानों में पढ़ रहे हैं, जिसमें तकनीकी और सामान्य संस्थाएं शामिल हैं, ऐसे में उनका ट्रैक रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा है. एक आध मामले में भले ही कुछ बातें सामने आई थीं, लेकिन उनका समाधान हो गया था. बल्कि कुछ लोगों ने उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया था और उनको अपमानित और प्रताड़ित करने की भी कोशिश की गई थी.
उन्होंने कहा कि कश्मीरी छात्रों ने तब भी अपना सामान्य भाव दिखाया था. उन्हें नहीं लगता कि ऐसी कोई बात है. हरीश रावत का कहना है कि कश्मीर, जामिया मिलिया और अलीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्रों का राष्ट्रीय जीवन में बड़ा महत्व रहा है. ऐसे में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत को अपने बयान पर पुनर्विचार करना चाहिए.