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ये क्या! जिनकी सरकार गिराने को लगाया था ऐड़ी-चोटी का बल, उन्हीं हरीश रावत को 'बड़ा भाई' बोले हरक

उत्तराखंड में राजनीतिक उठापटक जारी है. कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने पूर्व सीएम हरीश रावत को बड़ा भाई बताकर उत्तराखंड की सियासत को नई दिशा दे दी है. साथ ही उन्होंने कहा है राजनीति में न कोई दोस्त होता है और न दुश्मन.

Dehradun Political News
हरक सिंह रावत
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Published : Oct 31, 2020, 7:34 PM IST

Updated : Oct 31, 2020, 9:54 PM IST

देहरादून/पिथौरागढ़: उत्तराखंड की राजनीति में इन दिनों षडयंत्र, नाराजगी और माफियाराज सुनाई दे रहे हैं. कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का ताजा बयान भी इन्हीं शब्दों के इर्द-गिर्द है. हरक सिंह ने प्रदेश की राजनीति का जिक्र करते हुए सीएम त्रिवेंद्र के खिलाफ कोई राजनीतिक षडयंत्र नहीं होने की बात कही है. उधर, हरीश रावत को 'बड़ा भाई' कहकर उन्होंने उत्तराखंड की राजनीतिक हवा को नई दिशा दे दी है.

CM के खिलाफ नहीं हुआ राजनीतिक षड़यंत्र- हरक सिंह रावत.

सत्ता की अंदरूनी लड़ाई के साथ दलबदल की आशंका

राजनीति में न तो कोई किसी का दुश्मन होता है और न ही दोस्त, यूं तो यह बात बेहद सामान्य रूप से कही जाती है, लेकिन जब राजनीति में कुर्सी की उठापटक चल रही हो और सत्ता की अंदरूनी लड़ाई के साथ दलबदल की भी आशंका जताई जा रही हो तो ऐसे मौके पर ये बयान हल्के में नहीं लिए जा सकते. उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने भी ऐसा ही बयान देकर प्रदेश की राजनीतिक हवा को नई दिशा दी है. अब जब हरक सिंह रावत मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से नाराज बताए जा रहे हैं और उनके पुराने रिकॉर्ड को देखकर दलबदल की भी आशंका से इनकार नहीं किया जा रहा. ऐसे मौके पर हरक सिंह रावत ने भी इन्हीं बातों को दोहराया है.

राजनीति में न कोई दोस्त न कोई दुश्मन- हरक

कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि राजनीति में न तो कोई दोस्त होता है और न ही कोई दुश्मन. वे राजनीति के छात्र तो नहीं रहे हैं लेकिन वो प्रैक्टिकल रूप से लंबे समय से राजनीति कर रहे हैं. हरक सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ कोई भी राजनीतिक षडयंत्र नहीं हुआ है. प्रदेश की राजनीति दूसरे राज्यों के लिहाज से बेहद स्वस्थ है.

हरक सिंह रावत का पिछला रिकॉर्ड देखकर यह सहज ही कहा जा सकता है कि वो न केवल आक्रामक नेता हैं, बल्कि हालात खुद के अनुकूल न होने पर पार्टी बदलने में भी संकोच नहीं करते. हरक सिंह का दूसरा बयान भी बेहद चौंकाने वाला है.

हरीश रावत को बताया अपना बड़ा भाई

दरअसल, हरक सिंह रावत ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत को अब अपना बड़ा भाई बताते हुए उनका आशीर्वाद लेने की बात कही है. हरक सिंह रावत ने कहा कि राजनीति में कभी किसी को लेकर गांठ नहीं बांधनी चाहिए. हरक सिंह रावत का यह बयान इसलिए भी चर्चाओं में है क्योंकि 2016 के बाद से ही उनके रिश्ते हरीश रावत से कैसे हैं ? यह सार्वजनिक है, लेकिन इसके बावजूद उनके ये बयान कई मायनों में राजनीतिक तस्वीर को बदलता हुआ जरूर महसूस करवा रहे हैं.

पढ़ें- पटेल जयंती 2020: पोखरी थाना रहा अव्वल, एकता दिवस पर इन्हें मिला सम्मान

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद षड्यंत्रकरियों और विपक्षी दलों को करारा जबाव मिला- वल्दिया

षड़यंत्रकारियों और विपक्षी दलों को करारा जबाव मिला- वल्दिया.

उधर, पिथौरागढ़ के बीजेपी के जिलाध्यक्ष बीरेंद्र वल्दिया ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम त्रिवेंद्र रावत ने करप्ट लोगों पर नकेल कसी है. यही वजह है कि जिन लोगों को सरकार पैसा लूटने का मौका नहीं दे रही है, वे सीएम के खिलाफ लगातार साजिश रच रहे हैं. साथ ही जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की जनता भ्रष्टाचारियों को मुंहतोड़ जवाब देगी.

देहरादून/पिथौरागढ़: उत्तराखंड की राजनीति में इन दिनों षडयंत्र, नाराजगी और माफियाराज सुनाई दे रहे हैं. कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का ताजा बयान भी इन्हीं शब्दों के इर्द-गिर्द है. हरक सिंह ने प्रदेश की राजनीति का जिक्र करते हुए सीएम त्रिवेंद्र के खिलाफ कोई राजनीतिक षडयंत्र नहीं होने की बात कही है. उधर, हरीश रावत को 'बड़ा भाई' कहकर उन्होंने उत्तराखंड की राजनीतिक हवा को नई दिशा दे दी है.

CM के खिलाफ नहीं हुआ राजनीतिक षड़यंत्र- हरक सिंह रावत.

सत्ता की अंदरूनी लड़ाई के साथ दलबदल की आशंका

राजनीति में न तो कोई किसी का दुश्मन होता है और न ही दोस्त, यूं तो यह बात बेहद सामान्य रूप से कही जाती है, लेकिन जब राजनीति में कुर्सी की उठापटक चल रही हो और सत्ता की अंदरूनी लड़ाई के साथ दलबदल की भी आशंका जताई जा रही हो तो ऐसे मौके पर ये बयान हल्के में नहीं लिए जा सकते. उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने भी ऐसा ही बयान देकर प्रदेश की राजनीतिक हवा को नई दिशा दी है. अब जब हरक सिंह रावत मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से नाराज बताए जा रहे हैं और उनके पुराने रिकॉर्ड को देखकर दलबदल की भी आशंका से इनकार नहीं किया जा रहा. ऐसे मौके पर हरक सिंह रावत ने भी इन्हीं बातों को दोहराया है.

राजनीति में न कोई दोस्त न कोई दुश्मन- हरक

कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि राजनीति में न तो कोई दोस्त होता है और न ही कोई दुश्मन. वे राजनीति के छात्र तो नहीं रहे हैं लेकिन वो प्रैक्टिकल रूप से लंबे समय से राजनीति कर रहे हैं. हरक सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ कोई भी राजनीतिक षडयंत्र नहीं हुआ है. प्रदेश की राजनीति दूसरे राज्यों के लिहाज से बेहद स्वस्थ है.

हरक सिंह रावत का पिछला रिकॉर्ड देखकर यह सहज ही कहा जा सकता है कि वो न केवल आक्रामक नेता हैं, बल्कि हालात खुद के अनुकूल न होने पर पार्टी बदलने में भी संकोच नहीं करते. हरक सिंह का दूसरा बयान भी बेहद चौंकाने वाला है.

हरीश रावत को बताया अपना बड़ा भाई

दरअसल, हरक सिंह रावत ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत को अब अपना बड़ा भाई बताते हुए उनका आशीर्वाद लेने की बात कही है. हरक सिंह रावत ने कहा कि राजनीति में कभी किसी को लेकर गांठ नहीं बांधनी चाहिए. हरक सिंह रावत का यह बयान इसलिए भी चर्चाओं में है क्योंकि 2016 के बाद से ही उनके रिश्ते हरीश रावत से कैसे हैं ? यह सार्वजनिक है, लेकिन इसके बावजूद उनके ये बयान कई मायनों में राजनीतिक तस्वीर को बदलता हुआ जरूर महसूस करवा रहे हैं.

पढ़ें- पटेल जयंती 2020: पोखरी थाना रहा अव्वल, एकता दिवस पर इन्हें मिला सम्मान

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद षड्यंत्रकरियों और विपक्षी दलों को करारा जबाव मिला- वल्दिया

षड़यंत्रकारियों और विपक्षी दलों को करारा जबाव मिला- वल्दिया.

उधर, पिथौरागढ़ के बीजेपी के जिलाध्यक्ष बीरेंद्र वल्दिया ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम त्रिवेंद्र रावत ने करप्ट लोगों पर नकेल कसी है. यही वजह है कि जिन लोगों को सरकार पैसा लूटने का मौका नहीं दे रही है, वे सीएम के खिलाफ लगातार साजिश रच रहे हैं. साथ ही जिलाध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश की जनता भ्रष्टाचारियों को मुंहतोड़ जवाब देगी.

Last Updated : Oct 31, 2020, 9:54 PM IST
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