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बुजुर्ग विधवा महिला की नहीं सुन रही सरकार, मौत के साये में जी रहा परिवार

शांति देवी ने बताया कि बाढ़ आने के बाद कुछ सरकारी नुमाइंदे उनके पास पहुंचे और उनकी स्थिति को जाना. लेकिन उन्हें आजतक किसी भी तरह की मदद नहीं मिल पाई है. जिस कारण मजबूरन इस टूटे हुए घर में रहना पड़ रहा है.

क्षतिग्रस्त मकान
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Published : Mar 30, 2019, 6:14 AM IST

Updated : Mar 30, 2019, 7:51 AM IST

ऋषिकेश: सरकारी तंत्र की लापरवाही के चलते एक परिवार हर पल मौत के साये जी रहा है. बीते साल 2018 सितंबर माह में रायवाला क्षेत्र में गौहरीमाफी में बारिश ने भारी तबाही मचाई थी. सांग और सुसवा नदी में आई बाढ़ के कारण गौहरीमाफी के कई घरों को नुकसान पहुंचा था. लेकिन आज 6 महीने बीत जाने के बाद भी आजतक गौहरीमाफी के बाढ़ प्रभावित परिवारों की मदद नहीं हो पाई है.

गौहरीमाफी से ग्राउंड रिपोर्ट

उसी त्रासदी की शिकार एक बुजुर्ग विधवा महिला शांति देवी का परिवार आज भी खौफ के साए में जीने को मजबूर है. शांति देवी का घर आधा टूट चुका है और आधा कभी भी टूट सकता है. ऐसे में शांति देवी और उनके दो बच्चे मजबूरन उस टूटे हुए मकान में रह रहे हैं.

शांति देवी ने बताया कि बाढ़ आने के बाद कुछ सरकारी नुमाइंदे उनके पास पहुंचे और उनकी स्थिति को जाना. लेकिन उन्हें आजतक किसी भी तरह की मदद नहीं मिल पाई है. जिस कारण मजबूरन इस टूटे हुए घर में रहना पड़ रहा है.

शांति देवी के पति की मौत हो चुकी है और वह अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ यहां रह रही है. शांति देवी बताती हैं कि कुछ दिन तक वह किराए के मकान में रह रही थी. लेकिन उनके पास किराए के भी पैसे नहीं थे, जिस कारण उनको वापस इस टूटे हुए घर में आना पड़ा.

ऋषिकेश: सरकारी तंत्र की लापरवाही के चलते एक परिवार हर पल मौत के साये जी रहा है. बीते साल 2018 सितंबर माह में रायवाला क्षेत्र में गौहरीमाफी में बारिश ने भारी तबाही मचाई थी. सांग और सुसवा नदी में आई बाढ़ के कारण गौहरीमाफी के कई घरों को नुकसान पहुंचा था. लेकिन आज 6 महीने बीत जाने के बाद भी आजतक गौहरीमाफी के बाढ़ प्रभावित परिवारों की मदद नहीं हो पाई है.

गौहरीमाफी से ग्राउंड रिपोर्ट

उसी त्रासदी की शिकार एक बुजुर्ग विधवा महिला शांति देवी का परिवार आज भी खौफ के साए में जीने को मजबूर है. शांति देवी का घर आधा टूट चुका है और आधा कभी भी टूट सकता है. ऐसे में शांति देवी और उनके दो बच्चे मजबूरन उस टूटे हुए मकान में रह रहे हैं.

शांति देवी ने बताया कि बाढ़ आने के बाद कुछ सरकारी नुमाइंदे उनके पास पहुंचे और उनकी स्थिति को जाना. लेकिन उन्हें आजतक किसी भी तरह की मदद नहीं मिल पाई है. जिस कारण मजबूरन इस टूटे हुए घर में रहना पड़ रहा है.

शांति देवी के पति की मौत हो चुकी है और वह अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ यहां रह रही है. शांति देवी बताती हैं कि कुछ दिन तक वह किराए के मकान में रह रही थी. लेकिन उनके पास किराए के भी पैसे नहीं थे, जिस कारण उनको वापस इस टूटे हुए घर में आना पड़ा.

Intro:Exclusive
ऋषिकेश-- सरकारी तंत्र की लापरवाही के चलते गौहरिमाफी का एक परिवार हर पल खौफ के साये में जीने को मजबूर है जी हां बीते बरसात के मौसम में आई बाढ़ ने गौहरिमाफी में कई भवनों को जमीदोज कर दिया था वहीं एक घर ऐसा है जो आधा टूट गया और आधा कभी भी गिर सकता है लेकिन सिर छुपाने के लिए एक परिवार उसी घर मे रहने को मजबूर है अभी तक सरकार की तरफ किसी भी तरह की मदद नही मिल पाई है।


Body:वी/ओ- बीते वर्ष 2018 सितंबर माह में गौहरिमाफी में बारिश ने भारी तबाही मचाई थी सांग और सुसवा नदी में आई बाढ़ के कारण गौहरि माफी के कई घर पानी से लबालब भर गए थे वही कई घर जमींदोज हो गए थे,6 माह बीत जाने के बाद भी आज तक गौहरिमाफी के बाढ़ प्रभावित परिवारों की मदद नहीं हो पाई है एक बुजुर्ग विधवा महिला शांति देवी का परिवार हर पल खौफ के साए में जीने को मजबूर है क्योंकि शांति देवी का घर आधा टूट चुका है और आधा कभी भी टूट सकता है ऐसे में शांति देवी और उनके दो बच्चे हर पल मौत के मुहाने पर रहकर अपना जीवन बिता रहे हैं।


Conclusion:वी/ओ-- ईटीवी भारत से खास बातचीत में शांति देवी ने बताया कि बाढ़ आने के बाद कुछ सरकारी नुमाइंदे उनके पास पहुंचे और उनकी स्थिति को जाना लेकिन अभी तक उनको किसी भी तरह की मदद नहीं की गई जिस कारण वे मजबूरन इस टूटे हुए घर में रहती हैं उनका कहना था कि मेरे पति की मौत पहले ही हो चुकी थी और मेरे बच्चे अभी छोटे हैं शांति देवी ने बताया कि कुछ दिन वह किराए के मकान में रह रही थी लेकिन उनके पास किराए के भी पैसे नहीं थे जिस कारण उनको वापस इस टूटे हुए घर में आना पड़ा शांति देवी की इस हालत को देखकर यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि ऐसे गरीब परिवारों में रहने वाले लोगों की जान की कीमत शायद सरकार की नजर में कुछ भी नहीं है।

बाईट--शांति देवी(पीड़ित)

पीटीसी-विनय पाण्डेय
Last Updated : Mar 30, 2019, 7:51 AM IST
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