ऋषिकेश: सरकारी तंत्र की लापरवाही के चलते एक परिवार हर पल मौत के साये जी रहा है. बीते साल 2018 सितंबर माह में रायवाला क्षेत्र में गौहरीमाफी में बारिश ने भारी तबाही मचाई थी. सांग और सुसवा नदी में आई बाढ़ के कारण गौहरीमाफी के कई घरों को नुकसान पहुंचा था. लेकिन आज 6 महीने बीत जाने के बाद भी आजतक गौहरीमाफी के बाढ़ प्रभावित परिवारों की मदद नहीं हो पाई है.
उसी त्रासदी की शिकार एक बुजुर्ग विधवा महिला शांति देवी का परिवार आज भी खौफ के साए में जीने को मजबूर है. शांति देवी का घर आधा टूट चुका है और आधा कभी भी टूट सकता है. ऐसे में शांति देवी और उनके दो बच्चे मजबूरन उस टूटे हुए मकान में रह रहे हैं.
शांति देवी ने बताया कि बाढ़ आने के बाद कुछ सरकारी नुमाइंदे उनके पास पहुंचे और उनकी स्थिति को जाना. लेकिन उन्हें आजतक किसी भी तरह की मदद नहीं मिल पाई है. जिस कारण मजबूरन इस टूटे हुए घर में रहना पड़ रहा है.
शांति देवी के पति की मौत हो चुकी है और वह अपने छोटे-छोटे बच्चों के साथ यहां रह रही है. शांति देवी बताती हैं कि कुछ दिन तक वह किराए के मकान में रह रही थी. लेकिन उनके पास किराए के भी पैसे नहीं थे, जिस कारण उनको वापस इस टूटे हुए घर में आना पड़ा.