देहरादून: प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए आज राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कोविड-19 नियंत्रण से सम्बन्धित समीक्षा बैठक ली. जिसमें जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा, स्वास्थ्य सचिव पंकज पाण्डेय और रेडक्रॉस समिति के अधिकारी शामिल हुए.
इस दौरान राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मौके पर मौजूद सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि भूतपूर्व सैनिकों, एनसीसी, विभिन्न एनजीओ तथा रेडक्रॉस के वॉलियन्टियर्स का कोविड रोकथाम के अभियान में सहयोग लिया जाए. उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के साथ ही कोविड के मरीजों की संख्या को बढ़ने से रोकना आवश्यक है.
राज्यपाल ने सचिव स्वास्थ्य को निर्देश दिये कि उत्तराखण्ड के सर्वाधिक प्रभावित 6 जिलों हरिद्वार, देहरादून, उधमसिंह नगर, नैनीताल, पौड़ी एवं टिहरी के जिलाधिकारियों के साथ कोविड-19 रोकथाम के सम्बन्ध में शीघ्र बैठक ली जाये. अन्य पर्वतीय जिलों में भी अभी से स्थिति पर निगरानी रखी जाये.
वहीं, सचिव स्वास्थ्य डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया कि राज्य में विभिन्न सरकारी एवं गैर-सरकारी अस्पतालों के सहयोग से कुछ होटलों को कोविड केयर यूनिट में बदला जा रहा है. वहीं, हाल ही में स्वास्थ्य विभाग को 300 नये डाक्टर्स भी मिले हैं. इसके साथ ही एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को भी चिकित्सकों में सम्मिलित किया जा रहा है.
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इसके साथ ही स्वास्थ्य सचिव की ओर से यह भी अवगत कराया गया कि राज्य में ऑक्सीजन के 6 प्लान्ट कार्यरत हैं. वहीं, 2 अन्य ऑक्सीजन प्लान्ट को भी शीघ्र शुरू किया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ राज्य में रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता पर भी पूरी निगरानी रखी जा रही है.
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बैठक में मौजूद रेडक्रास सोसाइटी के अधिकारियों ने जानकारी दी कि रेडक्रास द्वारा प्रत्येक जिले में 800 वॉलियन्टर्स जोड़ने का लक्ष्य है, ताकि सभी जिलों में रेडक्रॉस द्वारा कोविड रोकथाम में प्रभावी योगदान दिया जा सके. राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने जिलाधिकारियों को जनपद स्तरीय रेडक्रास समितियों के अध्यक्षों के साथ इस सम्बन्ध में बैठक के निर्देश दिये