देहरादून: अगले साल उत्तराखंड विधानसभा के चुनाव होने हैं. ऐसे में त्रिवेंद्र सरकार प्रचार-प्रसार के जरिए आम लोगों तक सरकार की उपलब्धियों को पहुंचाने का प्रयास कर रही है. इसके लिए समाज कल्याण जैसे विभाग के लगने वाले बहुउद्देशीय शिविरों का भी इस्तेमाल किया जाएगा. एक तरफ इसकी रूपरेखा तैयार की गई है तो दूसरी तरफ विपक्ष ने भी इस पर सरकार को घेरने की कोशिश की है.
18 मार्च को त्रिवेंद्र सरकार के चार साल पूरे होने वाले हैं. अब तमाम दायित्वधारियों ने भी सरकार के कामों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं. इस कड़ी में समाज कल्याण विभाग की अहम भूमिका समझते हुए गरीब और जरूरतमंदों को सरकार की योजनाओं के जरिए जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है. इस दिशा में राज्य समाज कल्याण अनुश्रवण समिति के अध्यक्ष राजेश कुमार ने देहरादून जिला समाज कल्याण कार्यालय में हालात का जायजा लिया और अधिकारियों से भी बातचीत की.
पढ़ें- बजट सत्र की तैयारियां पूरी, मदन कौशिक ने बताया जनता के सर्वांगीण विकास का बजट
खास बात यह है कि समाज कल्याण विभाग में हजारों जरूरतमंदों को योजनाओं का लाभ दिया जाता है. लिहाजा इस विभाग के विकासखंड स्तर पर लगने वाले बहुउद्देशीय शिविरों में सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार की तैयारी की जा रही है. अध्यक्ष राजेश कुमार बताते हैं कि अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि विकासखंड स्तर पर लगने वाले शिविरों में पंपलेट के जरिए सरकार के कार्यों का प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि लोग इससे जुड़ सकें.
समाज कल्याण विभाग जरूरतमंद लोगों के लिए काम करता रहा है और विकासखंड स्तर पर प्रदेश भर में सरकार विभाग के शिविर लगवा रहा है. इन शिविरों में बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं. लिहाजा सरकार अब इसी का इस्तेमाल चुनावी वर्ष में सरकार के कामों को आमजन तक पहुंचाने के लिए भी कर रहा है.
हालांकि विपक्षी दल आम आदमी पार्टी सरकार के इस प्रयास को जनता के पैसों की बर्बादी करार दे रही है. आम आदमी पार्टी के नेता संजय भट्ट कहते हैं कि जो सरकार काम करती है उसे प्रचार-प्रसार की जरूरत नहीं होती. क्योंकि त्रिवेंद्र सरकार ने प्रदेश में काम नहीं किया लिहाजा चुनावी वर्ष में अब लाखों रुपया ठिकाने लगाने के लिए इस तरह के कार्य करने की कोशिश सरकार की तरफ से की जा रही है.