देहरादून: गोर्खाली सुधार सभा ने अपना 84वां स्थापना दिवस आज धूमधाम से मनाया. मुख्य अतिथि दार्जिलिंग लोकसभा सांसद राजू बिष्ट, विशिष्ट अतिथि टिहरी लोकसभा सांसद महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने दीप प्रज्वलित करते हुए इस समारोह का विधिवत शुभारंभ किया. इस दौरान गोर्खली सुधार सभा की मीडिया प्रभारी प्रभा शाह ने बताया कि गोर्खाली सुधार सभा की स्थापना 17 अप्रैल 1938 को हुई थी.
उन्होंने कहा कि भारत में गोर्खाली सुधार सभा की सबसे पुरानी संस्था है और वर्तमान में यह संस्था समाज के हितों के कार्य कर रही है. इसमें जरूरतमंद असहाय लोगों को आर्थिक सहायता, गरीब कन्याओं के विवाह हेतु आर्थिक सहायता बेहद गरीब परिवार में दाह संस्कार के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है.
इसके अलावा महिला सशक्तिकरण के लिए नि:शुल्क सिलाई कढ़ाई प्रशिक्षण के अलावा युवाओं को निशुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण भी दिया जाता है. इसके साथ ही सेना में भर्ती के लिए पूर्व प्रशिक्षण शिविर स्वच्छता जागरूकता अभियान और पर्यावरण संरक्षण जैसे कार्य किए जाते हैं.
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प्रभात शाह ने बताया कि इस अवसर पर स्थापना दिवस स्मारिका 2022 का विमोचन भी किया गया है. इसके साथ ही गोर्खाली सुधार सभा की ओर से ईश्वर समुदाय के वयोवृद्ध बुजुर्ग, वीर सैनिकों, वीर नारियों और उत्कृष्ट प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया गया. गोर्खाली सुधार सभा के 84वें स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर आ. कैप्टन वाईपी थापा को गोरखा गौरव सम्मान, जबकि वयोवृद्ध बुजुर्ग सम्मान से पूरण सिंह क्षेत्री (88 वर्ष) को सम्मानित किया गया.
वहीं, कैप्टन खुशीराम गुरंग (महावीर चक्र), ऑननेरी कैप्टन डीएस लिंबू (शौर्य चक्र), हवलदार दुर्गा सिंह थापा, हवलदार दीपक थापा (सेना मेडल), नायक विष्णु लिंबू (सेना मेडल) को वीर सैनिक सम्मान से सम्मानित किया गया. इसके अलावा सुजाता थापा पत्नी हवलदार प्रदीप थापा सेना मेडल मरणोपरांत को वीर नारी सम्मान से सम्मानित किया गया. इसके अलावा उच्च शिक्षा प्रतिभा सम्मान, उत्कृष्ट खेल प्रतिभा सम्मान एवं समाज सेवा के क्षेत्र में भी लोगों को सम्मानित किया गया.