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Exclusive: खाया पिया कुछ नहीं, बिल आया चार लाख, देखिए अनोखा मामला - Garhwal Mandal Development Corporation

नरेंद्रनगर विकासखंड के डॉक्टरों की टीम को ड्यूटी मुनिकीरेती क्षेत्र में लगाई गई है. इस दौरान इन सभी को गढ़वाल मंडल विकास निगम के गंगा रिजॉर्ट में ठहराया गया था. वहीं, अब इन डॉक्टरों को 4 लाख रुपए का खाने का बिल थमाया गया है. जबकि, डॉक्टरों का कहना है कि हमने रिजॉर्ट में खाना खाया ही नहीं.

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बिना खाए आया 4 लाख का बिल
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Published : May 8, 2020, 3:46 PM IST

ऋषिकेश: खाना खिलाया नहीं और बिल थमा दिया चार लाख का. जी हां, कुछ ऐसा ही नरेंद्रनगर विकासखंड के डॉक्टरों की टीम के साथ हुआ है. दरअसल, 70 डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी मुनिकीरेती क्षेत्र में लगाई गई है. इन डॉक्टरों की टीम के रहने और खाने के लिए इंतजाम गढ़वाल मंडल विकास निगम के गंगा रिजॉर्ट में किया गया हैं, वही निगम प्रबंधन ने डॉक्टरों को करीब चार लाख रुपए का बिल थमा दिया है. जबकि, डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने खाना रिजॉर्ट में खाया ही नहीं.

बिना खाए आया 4 लाख का बिल

मुनिकीरेती क्षेत्र में टिहरी जनपद के बॉर्डर और अन्य इलाकों में लोगों की स्वास्थ्य जांच के लिए नरेंद्रनगर में 70 डॉक्टर और फार्मासिस्ट की टीम तैनात की गई है. वहीं, टीम के रहने के लिए टिहरी डीएम ने मुनि की रेती में गढ़वाल मंडल विकास निगम के गंगा रिजॉर्ट में इंतजाम किए हैं. टीम 23 मार्च से रिसॉर्ट में रुकी हुई है, लेकिन अब निगम प्रबंधन द्वारा डॉक्टरों को चार लाख रुपए का खाने का बिल भुगतान के लिए दिया है.

ये भी पढ़े: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कैलाश मानसरोवर के लिए लिंक रोड का किया उद्घाटन

बिल मिलने के बाद से ही डॉक्टर परेशान हैं. निगम प्रबंधन ने इस बिल की एक कॉपी डीएम को भी भेजी है. डॉक्टरों का कहना है कि डीएम ने साफ कह दिया है कि खाने का बिल उन्हें ही चुकाना होगा. डॉक्टरों की मानें तो उन्होंने रिजॉर्ट में खाना खाया ही नहीं. वह रिजॉर्ट पहुंचने के दौरान खुद साथ राशन लाए थे, जिसे निगम के किचन में बनाकर उन्हें परोसा गया. लिहाजा, अब बिल देख डॉक्टरों की टीम बेचैन है. उन्होंने मामले में डीएम से कार्रवाई की मांग की है.

इसपर जब गंगा रिजॉर्ट के प्रबंधक से बात करने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने कैमरे के सामने आने से साफ इंकार कर दिया. जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि इस मामले में कहीं न कहीं गढ़वाल मंडल विकास निगम ने गड़बड़झाला किया है.

ऋषिकेश: खाना खिलाया नहीं और बिल थमा दिया चार लाख का. जी हां, कुछ ऐसा ही नरेंद्रनगर विकासखंड के डॉक्टरों की टीम के साथ हुआ है. दरअसल, 70 डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी मुनिकीरेती क्षेत्र में लगाई गई है. इन डॉक्टरों की टीम के रहने और खाने के लिए इंतजाम गढ़वाल मंडल विकास निगम के गंगा रिजॉर्ट में किया गया हैं, वही निगम प्रबंधन ने डॉक्टरों को करीब चार लाख रुपए का बिल थमा दिया है. जबकि, डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने खाना रिजॉर्ट में खाया ही नहीं.

बिना खाए आया 4 लाख का बिल

मुनिकीरेती क्षेत्र में टिहरी जनपद के बॉर्डर और अन्य इलाकों में लोगों की स्वास्थ्य जांच के लिए नरेंद्रनगर में 70 डॉक्टर और फार्मासिस्ट की टीम तैनात की गई है. वहीं, टीम के रहने के लिए टिहरी डीएम ने मुनि की रेती में गढ़वाल मंडल विकास निगम के गंगा रिजॉर्ट में इंतजाम किए हैं. टीम 23 मार्च से रिसॉर्ट में रुकी हुई है, लेकिन अब निगम प्रबंधन द्वारा डॉक्टरों को चार लाख रुपए का खाने का बिल भुगतान के लिए दिया है.

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बिल मिलने के बाद से ही डॉक्टर परेशान हैं. निगम प्रबंधन ने इस बिल की एक कॉपी डीएम को भी भेजी है. डॉक्टरों का कहना है कि डीएम ने साफ कह दिया है कि खाने का बिल उन्हें ही चुकाना होगा. डॉक्टरों की मानें तो उन्होंने रिजॉर्ट में खाना खाया ही नहीं. वह रिजॉर्ट पहुंचने के दौरान खुद साथ राशन लाए थे, जिसे निगम के किचन में बनाकर उन्हें परोसा गया. लिहाजा, अब बिल देख डॉक्टरों की टीम बेचैन है. उन्होंने मामले में डीएम से कार्रवाई की मांग की है.

इसपर जब गंगा रिजॉर्ट के प्रबंधक से बात करने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने कैमरे के सामने आने से साफ इंकार कर दिया. जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि इस मामले में कहीं न कहीं गढ़वाल मंडल विकास निगम ने गड़बड़झाला किया है.

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