ETV Bharat / state

अटल आयुष्मान कार्ड से मिलेगा मुफ्त इलाज, जानें कैसे पाए योजना का लाभ ?

राज्य के लोगों को स्वास्थ्य लाभ देने के उदेश्य से उत्तराखंड सरकार ने अटल आयुष्मान की शुरुआत की थी. जिसके तहत बीमार लोगों का किसी भी अस्पताल में 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज होता है. उत्तराखंड में अब तक 48,79,178 लोगों के अटल आयुष्मान कार्ड बने हैं. जिसमें 5,94,287 लोग अपना मुफ्त इलाज करवा चुके हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Nov 2, 2022, 5:32 PM IST

देहरादून: आम आदमी के इलाज के लिए उत्तराखंड में अटल आयुष्मान योजना (Atal Ayushman Yojana in Uttarakhand) लंबे समय से चल रही है. यह योजना आम जनता के हित के लिए राज्य सरकार ने चलाई थी. इस योजना के तहत उत्तराखंड निवासी किसी भी व्यक्ति का ₹5 लाख तक का फ्री इलाज (Free treatment up to 5 lakhs) हो सकता है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि यह योजना उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य के लिए जहां बेहद कारगर साबित हो रही है. वही राज्य सरकार इस योजना को पूरा करने के लिए अच्छा खासा पैसा खर्च कर रही है. आखिरकार आप इस योजना का कैसे फायदा उठा सकते हैं और इसके क्या मानक है.

आयुष्मान योजना के तहत इलाज: आपके घर का कोई भी सदस्य अगर पैसों के अभाव में इलाज से वंचित है तो आपके लिए आयुष्मान कार्ड योजना बेहद फायदे का सौदा साबित हो सकती है. सरकार आपसे कई माध्यमों से टैक्स वसूलती है और उन्हीं टैक्स का पैसा उत्तराखंड में आयुष्मान कार्ड योजना के तहत आम लोगों के इलाज में खर्च कर रही है. उत्तराखंड में अब तक अगर आंकड़े की बात करें तो 48,79,178 कुल अटल आयुष्मान कार्ड बने हैं. जबकि अब तक आयुष्मान कार्ड से लगभग 5,94,287 लोग इलाज करवा चुके हैं. वही, राज्य सरकार ने अब तक इस में 1043 करोड़ रूपए खर्च किए हैं.

निजी अस्पतालों पर कार्रवाई: हालांकि, इस योजना को राज्य के कई अस्पताल गच्चा भी लगा देते हैं. लगभग 90 ऐसे अस्पताल हैं, जिन पर 2 सालों के अंदर कार्रवाई की गई है. यह वह अस्पताल हैं, जो प्राइवेट है और मरीजों को इलाज देने से इंकार कर रहे थे. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने गढ़वाल और कुमाऊं के इन अस्पतालों पर कार्रवाई करते हुए, जुर्माना भी लगाया है. इस योजना में बकाया नहीं मिलने पर बीते कुछ महीने पहले राज्य के अस्पतालों ने हाथ भी खड़े कर दिए थे.
ये भी पढ़ें: 30 फीसदी महिला क्षैतिज आरक्षण को लेकर हल्ला बोल, परेड ग्राउंड में हुई पब्लिक मीटिंग

सरकार ने स्वास्थ्य एजेंसी को जारी किए रुपये: दरअसल राज्य सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों के वह पैसे जारी नहीं किए थे, जो लंबे समय से मरीजों को इलाज दे रहे थे. इसके बाद राज्य सरकार ने स्वास्थ्य एजेंसी को 127 करोड़ रुपए जारी किए थे. मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अरुणेंद्र सिंह चौहान कहते हैं कि फिलहाल बजट की कोई दिक्कत नहीं है. इस योजना का लाभ रोजाना सैकड़ों उत्तराखंड के लोग ले रहे हैं.

ऐसे बनवाएं आयुष्मान कार्ड: अगर आपने अब तक आयुष्मान कार्ड नहीं बनवाया है तो हम आपको बताते हैं कि आप कैसे इस कार्ड को प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए आपको अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र या यूटीआई केंद्रों में जाना होगा. जहां आप आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं. यदि आपके परिवार में पहले से किसी का आयुष्मान कार्ड बना है तो, उस कार्ड की फोटो कॉपी या व्हाट्सएप कॉपी साथ लेकर जानी पड़ेगी. आप अपने साथ राशन कार्ड भी साथ रखें.

अगर आपके परिवार में किसी ने आयुष्मान कार्ड अब तक नहीं बनवाया है तो भी आपको अपने साथ राशन कार्ड लेकर जाना होगा. इसके साथ ही उत्तराखंड का अगर आपके पास कोई पहचान पत्र है तो वह भी आपको अपने साथ रखना होगा. आपसे वह अन्य कागज भी मांग सकते हैं. यह कार्ड आपको एक ही दिन में प्राप्त हो सकता है

देहरादून: आम आदमी के इलाज के लिए उत्तराखंड में अटल आयुष्मान योजना (Atal Ayushman Yojana in Uttarakhand) लंबे समय से चल रही है. यह योजना आम जनता के हित के लिए राज्य सरकार ने चलाई थी. इस योजना के तहत उत्तराखंड निवासी किसी भी व्यक्ति का ₹5 लाख तक का फ्री इलाज (Free treatment up to 5 lakhs) हो सकता है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि यह योजना उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य के लिए जहां बेहद कारगर साबित हो रही है. वही राज्य सरकार इस योजना को पूरा करने के लिए अच्छा खासा पैसा खर्च कर रही है. आखिरकार आप इस योजना का कैसे फायदा उठा सकते हैं और इसके क्या मानक है.

आयुष्मान योजना के तहत इलाज: आपके घर का कोई भी सदस्य अगर पैसों के अभाव में इलाज से वंचित है तो आपके लिए आयुष्मान कार्ड योजना बेहद फायदे का सौदा साबित हो सकती है. सरकार आपसे कई माध्यमों से टैक्स वसूलती है और उन्हीं टैक्स का पैसा उत्तराखंड में आयुष्मान कार्ड योजना के तहत आम लोगों के इलाज में खर्च कर रही है. उत्तराखंड में अब तक अगर आंकड़े की बात करें तो 48,79,178 कुल अटल आयुष्मान कार्ड बने हैं. जबकि अब तक आयुष्मान कार्ड से लगभग 5,94,287 लोग इलाज करवा चुके हैं. वही, राज्य सरकार ने अब तक इस में 1043 करोड़ रूपए खर्च किए हैं.

निजी अस्पतालों पर कार्रवाई: हालांकि, इस योजना को राज्य के कई अस्पताल गच्चा भी लगा देते हैं. लगभग 90 ऐसे अस्पताल हैं, जिन पर 2 सालों के अंदर कार्रवाई की गई है. यह वह अस्पताल हैं, जो प्राइवेट है और मरीजों को इलाज देने से इंकार कर रहे थे. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने गढ़वाल और कुमाऊं के इन अस्पतालों पर कार्रवाई करते हुए, जुर्माना भी लगाया है. इस योजना में बकाया नहीं मिलने पर बीते कुछ महीने पहले राज्य के अस्पतालों ने हाथ भी खड़े कर दिए थे.
ये भी पढ़ें: 30 फीसदी महिला क्षैतिज आरक्षण को लेकर हल्ला बोल, परेड ग्राउंड में हुई पब्लिक मीटिंग

सरकार ने स्वास्थ्य एजेंसी को जारी किए रुपये: दरअसल राज्य सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों के वह पैसे जारी नहीं किए थे, जो लंबे समय से मरीजों को इलाज दे रहे थे. इसके बाद राज्य सरकार ने स्वास्थ्य एजेंसी को 127 करोड़ रुपए जारी किए थे. मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अरुणेंद्र सिंह चौहान कहते हैं कि फिलहाल बजट की कोई दिक्कत नहीं है. इस योजना का लाभ रोजाना सैकड़ों उत्तराखंड के लोग ले रहे हैं.

ऐसे बनवाएं आयुष्मान कार्ड: अगर आपने अब तक आयुष्मान कार्ड नहीं बनवाया है तो हम आपको बताते हैं कि आप कैसे इस कार्ड को प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए आपको अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र या यूटीआई केंद्रों में जाना होगा. जहां आप आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं. यदि आपके परिवार में पहले से किसी का आयुष्मान कार्ड बना है तो, उस कार्ड की फोटो कॉपी या व्हाट्सएप कॉपी साथ लेकर जानी पड़ेगी. आप अपने साथ राशन कार्ड भी साथ रखें.

अगर आपके परिवार में किसी ने आयुष्मान कार्ड अब तक नहीं बनवाया है तो भी आपको अपने साथ राशन कार्ड लेकर जाना होगा. इसके साथ ही उत्तराखंड का अगर आपके पास कोई पहचान पत्र है तो वह भी आपको अपने साथ रखना होगा. आपसे वह अन्य कागज भी मांग सकते हैं. यह कार्ड आपको एक ही दिन में प्राप्त हो सकता है

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.