देहरादून: राजधानी में कुछ ऐसे ठग सक्रिय हैं जो रसोई गैस की जांच के नाम पर ठगी कर सकते हैं. ऐसे लोग अपने आप को गैस एजेंसी का कर्मचारी बता कर घर में प्रवेश करते हैं. साथ ही रसोई गैस की जांच कर आपसे अच्छी खासी रकम वसूल लेते हैं, लेकिन हकीकत में ये लोग किसी भी ऑथोराइज्ड गैस एजेंसी के कर्मचारी नहीं होते हैं.
देहरादून एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष चमनलाल ने बताया कि शहर में रसोई गैस की जांच के नाम पर लोगों के घरों में प्रवेश करने वाले लोग पूरी तरह से अवैध हैं. यदि कोई ऐसा व्यक्ति किसी के घर आता है तो संबंधित परिवार के लोगों को उस व्यक्ति का पहचान पत्र की जांच जरूर कर लेनी चाहिए. यदि उस पहचान पत्र में किसी गैस एजेंसी का नाम और संबंधित अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं हैं तो वह ठग हो सकता है.
बता दें कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की तरफ से हर 2 साल में उपभोक्ताओं के रसोई गैस की जांच का प्रावधान रखा गया है, जिसके लिए उपभोक्ताओं से 150 रुपये लिए जाते हैं. यदि 2 साल पूरे होने से पहले ही किसी उपभोक्ता को रसोई गैस संबंधित दिक्कतें पेश आती हैं तो वह संबंधित सेल्स अधिकारी से संपर्क कर अपनी रसोई गैस की जांच करा सकता है.