देहरादून:कुंभ-2021 में व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने के साथ ही उत्तराखंड सरकार कुंभ मेले के प्रभावी एवं सफल संचालन पर जोर दे रही है. इसी कड़ी में सीएम तीरथ रावत ने गढ़वाल कमिश्नर रविनाथ रमन को कुंभ खत्म होने तक मेला क्षेत्र में ही कैंप करने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की बैठक के बाद शासन ने ये बड़ा निर्णय लिया है. ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी कमिश्नर को कुंभ मेले की समाप्ति तक कैंप करने के निर्देश दिए गये हों.
आदेश में कहा गया है कि हरिद्वार में होने वाले दिनचर्या के तमाम कार्य की रिपोर्ट मेला अधिकारी सहित तमाम अधिकारी सीधा उन्हें करेंगे. इस आदेश को इस तरह से भी देखा जा सकता है कि मौजूदा मेला प्रशासन से मुख्यमंत्री खुश नहीं हैं. इसीलिए कमिश्नर को हरिद्वार में कैंप करने के लिए कहा गया है.
आदेश को देखते हुए गढ़वाल आयुक्त रविनाथ रमन ने इस संबंध में कुंभ मेला के मेलाधिकारी को व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. जारी किए गए आदेश के अनुसार गढ़वाल मंडल के आयुक्त रविनाथ रमन ने इस बात का जिक्र किया है कि मेला क्षेत्र में रोजाना होने वाली गतिविधियों की नजदीक से समीक्षा की जा सके. इसके लिए मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कुंभ मेला पूर्ण होने तक हरिद्वार में कैंपिंग करने के निर्देश जारी किए हैं.
पढ़ें- हरिद्वार: मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने किया नेत्र कुंभ का शुभारंभ
लिहाजा, कुंभ मेला अधिकारी को इस बाबत आदेश जारी किया गया है कि वह मेला नियंत्रण भवन, हरिद्वार में कैंप कार्यालय स्थापित करें. जहां पर मेले से संबंधित स्थाई एवं अस्थाई प्रकृति के कार्यों के संबंध में विचार-विमर्श करने के साथ ही निर्णय लिया जाएगा.
कमिश्नर ने 8 पीसीएस अधिकारियों की बनाई टीम
कुंभ को लेकर शासन ने बड़ा फैसला लिया है. गढ़वाल मंडल आयुक्त रविनाथ रमन ने अपनी टीम बनाई है. 8 पीसीएस अधिकारियों को कुंभ में अटैच किया गया है. आज सीएम के आदेश के बाद गढ़वाल कमिश्नर को हरिद्वार में कैंप करने के लिए भेजा गया है. अब कमिश्नर की नई टीम कुंभ में तैनात होने जा रही है. आठ पीसीएस अधिकारियों को कुंभ में भेज दिया गया है.
इस ट्रांसफर लिस्ट को इस तरह से भी देखा जा रहा है कि सीएम मौजूदा मेला प्रशासन के कामों से खुश नहीं हैं, इसलिए नई टीम कुंभ में लगातार तैनात की जा रही है. हालांकि, ऐसा पहली बार होगा जब कोई कमिश्नर कुंभ में महीनों तक कैम्प करेगा, साथ ही मौजूदा मेला अधिकारी भी मात्र 28 दिनों तक ही मेला अधिकारी रहेंगे. किसी मेला अधिकारी के रूप में दीपक रावत का ये कार्यकाल सबसे कम दर्ज होगा.