मसूरी: "अगले बरस तू जल्दी आ, गणपति बप्पा मोरया" के जयकारों के साथ ही गणपति जी की मूर्ति का विसर्जन कर दिया गया. बप्पा की विदाई के समय हर कोई भावुक दिखा. इससे पहले गणपति की भव्य यात्रा में अबीर-गुलाल लगाकर सभी श्रद्धालु झूमते हुए चल रहे थे.
श्री गणेश उत्सव समिति लंढौर बाजार मसूरी की ओर से 2 दिन से मसूरी सनातन धर्म में विराजे बप्पा की रविवार को विदाई की गई. इस मौके पर दूध, दही, शहद से बप्पा को स्नान कराया गया. इसके साथ ही लड्डुओं का भोग लगाया गया. इसके बाद मंदिर से शोभायात्रा की शुरुआत हुई.
शोभायात्रा सर्वे चौक से होते हुए पिक्चर पैलेस चौक पर संपन्न हुई. वहां से गणेश जी की मूर्ति को यमुना पुल ले जाया गया. जहां विधिवत से यमुना नदी में मूर्ति का विसर्जन किया गया. यात्रा में अबीर-गुलाल लगाए श्रद्धालु बैंड बाजों की धुन पर भजन गाते हुए नाच रहे थे, विसर्जन कार्यक्रम से पहले युवाओं ने एक पौधा रोपकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया.
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इस मौके पर गणेश उत्सव सेवा समिति के सदस्य शानू वर्मा ने कहा कि पिछले 3 सालों से लगातार समिति गणपति महोत्सव को धूमधाम के साथ मना रही है लकिन कोविड के कारण महोत्सव में ज्यादा भीड़ नहीं आने दी गई है. उन्होंने कहा कि गणेश चतुर्थी को भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की गई थी. भजन कीर्तन कर गणेश जी का आशीर्वाद प्राप्त किया गया और रविवार को विधि विधान के साथ मसूरी के पास यमुना नदी में मूर्ति का विसर्जन किया गया.
विधानसभा अध्यक्ष ने भी मूर्ति का विर्सजन किया: वहीं, ऋषिकेश में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने गंगा में गणपति का विधि विधान से विसर्जन किया. गणपति का विसर्जन करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि, स्वस्थ जीवन की कामना की.