देहरादून: गंगा अविरल यात्रा के समापन समारोह में सोमवार को जल पुरूप राजेंद्र सिंह ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने गंगा की अविरलता और निर्मलता को बनाए रखने का आह्वान किया. साथ ही उन्होंने गंगा से जुड़े कई मुद्दे अपनी चिंता भी जाहिर की. इस कार्यक्रम में पर्यावरणविद, समाजसेवी व राजनीतिक हस्तियां भी मौजूद रही.
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कार्यक्रम में गंगा पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए राजेंद्र सिंह ने कहा कि गंगा की पवित्रता पर संकट गहराता जा रहा है. हिमालय जिस प्रकार से कट रहा है उससे नदियों का तल ऊपर की और उठ रहा हैं. जिससे गंगा की अविरलता पर संकट खड़ा हो गया है. इसलिए उत्तराखंड के नौजवान साथियों ने तय किया है कि बर्बाद होते जल, जंगल और जमीन को रोकने के लिए वे चेतना अभियान चलाएंगे. जल बिरादरी नाम का ये संगठन समाज को हिमालय, हरियाली और गंगा की पवित्रता के बारे में जागरुक करेगा.
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राजेंद्र सिंह ने बताया कि गंगाजल में कुछ ऐसे विशिष्ट गुण है, जिसके कारण वे दुनिया की समस्त नदियों से अलग है. इसे समाज को समझाने की कोशिश की जा रही है. ये प्रयास हम सबको मिलकर करना चाहिए. गंगा अविरलता के साथ हिमालय में पाई जाने वाली जड़ी बूटियों के रस को साथ लेकर चलती थी जिसके कारण गंगा में पानी में अमरत्व होता है. गंगा के पानी से कैसरे जैसे रोग भी खत्म हो जाते है. बता दें गंगा अविरल यात्रा की शुरुआत 23 मई की गई थी, जिसका सोमवार को देहरादून में समापन किया गया था.