ETV Bharat / state

ऑनलाइन फॉरेंसिक साइंस का फ्री कोर्स कराएगा UOU, जानिए कब से होगा शुरू - देहरादून लेटेस्ट न्यूज

प्रदेश में पहली बार उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (यूओयू) इस साल से छात्रों के लिए निशुल्क ऑनलाइन फॉरेंसिक साइंस कोर्स शुरू करने जा रहा है.

uttarakhand-open-university
uttarakhand-open-university
author img

By

Published : Jan 11, 2021, 3:44 PM IST

देहरादूनः अगर आप फॉरेंसिक साइंस कोर्स करने में रुचि रखते हैं तो ये खबर आपके लिए है. पहली बार उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (यूओयू) इस साल से छात्रों के लिए निशुल्क ऑनलाइन फॉरेंसिक साइंस कोर्स शुरू करने जा रहा है. जिसके लिए वीडियो लेक्चर रिकॉर्ड किए जाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है.

यह ऑनलाइन फॉरेंसिक कोर्स छात्रों के लिए इसी साल अप्रैल माह से पूरी तरह से निशुल्क शुरू किया जाएगा. वहीं इस कोर्स के इच्छुक छात्रों के लिए आईटी या फिर फॉरेंसिक साइंस का विद्यार्थी होना अनिवार्य है. साथ ही जो छात्र फोरेंसिक क्षेत्र में स्नातक कर चुके हैं या फिर स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे हैं, वे भी ऑनलाइन फॉरेंसिक कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके तहत 4 क्रेडिट वाले कोर्स की समय सीमा 3 महीने रखी गई है.

पढ़ेंः हरिद्वार कुंभ में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य, विरोध में आया अखाड़ा परिषद

क्या होता है फॉरेंसिक कोर्स ?

किसी भी तरह के अपराध की जांच के लिए वैज्ञानिक सिद्धांतों का जब उपयोग किया जाता है तो उसे फॉरेंसिक साइंस कहते हैं. वहीं, फॉरेंसिक क्षेत्र में काम करने वाले प्रोफेशनल को फॉरेंसिक साइंटिस्ट कहा जाता है. फॉरेंसिक साइंस के माध्यम से साइबर अपराध पर लगाम लगाने में भी मदद मिलती है. यही कारण है कि न्याय विभाग आईटी सेक्टर और पुलिस महकमे में डिजिटल फॉरेंसिक कौशल वाले लोगों की मांग काफी बढ़ रही है.

देहरादूनः अगर आप फॉरेंसिक साइंस कोर्स करने में रुचि रखते हैं तो ये खबर आपके लिए है. पहली बार उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (यूओयू) इस साल से छात्रों के लिए निशुल्क ऑनलाइन फॉरेंसिक साइंस कोर्स शुरू करने जा रहा है. जिसके लिए वीडियो लेक्चर रिकॉर्ड किए जाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है.

यह ऑनलाइन फॉरेंसिक कोर्स छात्रों के लिए इसी साल अप्रैल माह से पूरी तरह से निशुल्क शुरू किया जाएगा. वहीं इस कोर्स के इच्छुक छात्रों के लिए आईटी या फिर फॉरेंसिक साइंस का विद्यार्थी होना अनिवार्य है. साथ ही जो छात्र फोरेंसिक क्षेत्र में स्नातक कर चुके हैं या फिर स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे हैं, वे भी ऑनलाइन फॉरेंसिक कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके तहत 4 क्रेडिट वाले कोर्स की समय सीमा 3 महीने रखी गई है.

पढ़ेंः हरिद्वार कुंभ में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य, विरोध में आया अखाड़ा परिषद

क्या होता है फॉरेंसिक कोर्स ?

किसी भी तरह के अपराध की जांच के लिए वैज्ञानिक सिद्धांतों का जब उपयोग किया जाता है तो उसे फॉरेंसिक साइंस कहते हैं. वहीं, फॉरेंसिक क्षेत्र में काम करने वाले प्रोफेशनल को फॉरेंसिक साइंटिस्ट कहा जाता है. फॉरेंसिक साइंस के माध्यम से साइबर अपराध पर लगाम लगाने में भी मदद मिलती है. यही कारण है कि न्याय विभाग आईटी सेक्टर और पुलिस महकमे में डिजिटल फॉरेंसिक कौशल वाले लोगों की मांग काफी बढ़ रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.