देहरादून: इस बात में कोई दो राय नहीं है कि आरटीओ में शुरू हुई ऑनलाइन वर्किंग से लोगों को बड़ी राहत दी है. यही कारण है कि तेजी से आरटीओ के ऑनलाइन यूजर्स बढ़े है. लेकिन साइबर ठगों की बुरी नजर इन ऑनलाइन सुविधाओं पर पड़ गई है. ऐसे ही एक ताजा देहरादून से सामने आया है, जहां साइबर ठगों ने परिवहन विभाग की फर्जी वेबसाइट बनाकर प्रमुख सचिव आनंद बर्धन के बेटे से ठगी की है.
जानकारी के मुताबिक, प्रमुख सचिव आनंद वर्धन के बेटे अनिष्व वर्धन ने 20 नवंबर को ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए परिवहन विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन किया था. इसके लिए अनिष्व वर्धन ने फोन पे के जरिए साइट पर दिया क्यूआर कोड स्कैन कर 1375 रुपए जमा कराए थे. इसके साथ ही उन्होंने आवश्यक दस्तावेज भी वेबसाइट पर अपलोड किए थे, लेकिन आवेदन करने के काफी दिनों बाद भी ड्राइविंग लाइसेंस की परीक्षा के लिए कोई सूचना नहीं मिली थी. अनिष्व वर्धन ने ये जानकारी अपने पिता प्रमुख सचिव आनंद वर्धन को दी.
पढ़ें- जाखतोली के पास बोलेरो वाहन दुर्घटनाग्रस्त, पिता की मौत, बेटी गंभीर
प्रमुख सचिव वर्धन के निजी सचिव गोविंद सिंह ने इसकी जानकारी आरटीओ देहरादून की दी. उन्होंने विभागिय अधिकारियों के आवेदन के बारे में जानकारी ली तो पता चला कि उनके पास इसी तरह को आवेदन नहीं आया है. साथ ही किसी भी तरह का कोई शुल्क भी जमा नहीं हुआ है.
आरटीओ ने मामले की जांच कराई तो पता चला कि जिस वेबसाइट पर अनिष्व वर्धन ने आवेदन किया था वो फर्जी थी. बता दें कि इस तरह का ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके है. करीब चार महीने पहले भी परिवहन विभाग में गाड़ियों के फर्जी इंश्योरेंस का मामला भी सामने आया था. जिसकी जांच चल रही है.
एआरटीओ द्वारका प्रसाद ने बताया कि परिवहन विभाग की फर्जी वेबसाइट के जरिए ठगी करने का मामला सामने आया है. मामले की शिकायत साइबर सेल में शिकायत कर दी है. साइबर सेल ने फर्जी वेबसाइट बनाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.