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नमामि गंगे के अधिकारी के साथ हुई ठगी, पुलिस से लगाई मदद की गुहार

देहरादून के थाना डालनवाला में धोखाधड़ी का माला सामने आया है. जहां ईएमआई जमा कराने के नाम पर युवकों ने नमामि गंगे परियोजना कार्यालय के अधिकारी के साथ ठगी की है. वहीं, शिकायत के बाद से पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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नमामि गंगे के अधिकारी के साथ हुई ठगी
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Published : Mar 7, 2021, 4:57 PM IST

देहरादून: थाना डालनवाला क्षेत्र में नमामि गंगे परियोजना कार्यालय के अधिकारी के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. जहां अज्ञात आरोपियों ने फर्जी बैंक खाता खोल कर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया है. वहीं, अधिकारी की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी गई है.

पढ़ें- देहरादून पुलिस के हत्थे चढ़ा फर्जी SDM, प्रॉपर्टी के नाम पर करता था ठगी

मामले को लेकर गोरखनाथ वन विभाग मुख्यालय के नमामि गंगे परियोजना कार्यालय में सांख्यिकी अधिकारी ने शिकायत दर्ज कराई है. पीड़ित ने बताया है कि सात अक्टूबर 2020 को अधिकारी के पास फोन आया और फोनकर्ता ने बताया कि बाइक की अक्टूबर 2020 की ईएमआई बैंकिंग सॉफ्टवेयर की गलती की वजह से बैंक खातों से नहीं काटी जा सकती है, जिसके चलते ईएमआई ऑनलाइन जमा करने को कहा गया. अधिकारी को 7 अक्टूबर 2020 को इसी नंबर से बार-बार कॉल करके ईएमआई जमा0 करने को कहा गया. इस पर गोरखनाथ ने अपने भतीजे शिवम सैनी के जरिए ईएमआई जमा करा दी. वहीं, बची हुई ईएमआई नौ हजार 991 रुपए भी 8 अक्टूबर 2020 को ऑनलाइन बेटे करुण सैनी से जमा करा दी.

वहीं, जब अधिकारी गोरखनाथ भारतीय स्टेट बैंक में पासबुक में एंट्री करवाने गए तो पता चला कि बैंक खाते से भी ईएमआई की किस्त काटी गई है. गोरखनाथ ने जिस खाते में ईएमआई जमा कराई गई थी वह रंजीत कुमार के नाम पर तमिलनाडु राज्य के इंड्सन्ड बैंक की सैलूर शाखा में है. वहीं, मामले को लेकर थाना डालनवाला प्रभारी मणि भूषण श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़ित गोरखनाथ की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी गई है.

देहरादून: थाना डालनवाला क्षेत्र में नमामि गंगे परियोजना कार्यालय के अधिकारी के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. जहां अज्ञात आरोपियों ने फर्जी बैंक खाता खोल कर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया है. वहीं, अधिकारी की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी गई है.

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मामले को लेकर गोरखनाथ वन विभाग मुख्यालय के नमामि गंगे परियोजना कार्यालय में सांख्यिकी अधिकारी ने शिकायत दर्ज कराई है. पीड़ित ने बताया है कि सात अक्टूबर 2020 को अधिकारी के पास फोन आया और फोनकर्ता ने बताया कि बाइक की अक्टूबर 2020 की ईएमआई बैंकिंग सॉफ्टवेयर की गलती की वजह से बैंक खातों से नहीं काटी जा सकती है, जिसके चलते ईएमआई ऑनलाइन जमा करने को कहा गया. अधिकारी को 7 अक्टूबर 2020 को इसी नंबर से बार-बार कॉल करके ईएमआई जमा0 करने को कहा गया. इस पर गोरखनाथ ने अपने भतीजे शिवम सैनी के जरिए ईएमआई जमा करा दी. वहीं, बची हुई ईएमआई नौ हजार 991 रुपए भी 8 अक्टूबर 2020 को ऑनलाइन बेटे करुण सैनी से जमा करा दी.

वहीं, जब अधिकारी गोरखनाथ भारतीय स्टेट बैंक में पासबुक में एंट्री करवाने गए तो पता चला कि बैंक खाते से भी ईएमआई की किस्त काटी गई है. गोरखनाथ ने जिस खाते में ईएमआई जमा कराई गई थी वह रंजीत कुमार के नाम पर तमिलनाडु राज्य के इंड्सन्ड बैंक की सैलूर शाखा में है. वहीं, मामले को लेकर थाना डालनवाला प्रभारी मणि भूषण श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़ित गोरखनाथ की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी गई है.

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