देहरादून: भारी बारिश के बाद उत्तराखंड में नदी-नाले उफान पर हैं. बिंदाल नदी के किनारे मलिन बस्तियों में रह रहे परिवार खौफ में हैं. बिंदाल नदी के रौद्र रूप के आगे कॉलोनियों की सुरक्षा दीवार भी नहीं रुक पाई. गांधी ग्राम स्थित सत्तोवाली घाटी में बिंदाल नदी के उफान में पुश्ते का बड़ा हिस्सा ढह गया. इस कारण नदी किनारे बने कई मकानों में दरारें आ गईं. गनीमत रही कि इस दौरान कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ और किसी की जान नहीं गई.
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू किया. देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा ने भी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया. मेयर गामा ने बताया कि एहतियात के तौर पर प्रशासन ने आसपास के मकान खाली करा दिए हैं. प्रभावितों को नगर निगम के रैन बसेरों, धर्मशालाओं और सरकारी स्कूलों में शिफ्ट कर दिया है.
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चार मकानों को पहुंचा नुकसान: स्थानीय निवासी मोहन ने बताया कि बीती रात बिंदाल उफान पर आई है. इसकी वजह से पुश्ता ढह गया है. पुश्ता ढहने से उनका मकान भी गिर गया. मोहन के मुताबिक उनका करीब डेढ़ लाख रुपए का नुकसान हुआ है. मोहन को प्रशासन की तरफ से भी कोई मदद नहीं मिली है. मोहन का सारा सामान घर से बाहर पड़ा हुआ है. मोहन के अनुसार पुश्ते के पास कुल 13 मकान हैं. पुश्ता ढहने की वजह से चार मकानों को नुकसान पहुंचा है.
जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण: देहरादून जिलाधिकारी आर राजेश ने आपदाग्रस्त क्षेत्र का दौरा किया. उन्होंने बताया कि प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है. साथ ही जिलाधिकारी ने जलभराव और भूस्खलन से बचाव के लिए नगर निगम, सिंचाई विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए.
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पीड़ितों को दिया जाएगा मुआवजा: देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि पानी का स्तर बढ़ने से पुश्ता टूट गया है. इसकी वजह से कुछ मकानों में दरारें आईं. जिन मकानों में दरारें आई हैं, उन परिवारों को चिह्नित कर आर्थिक सहायता देने के लिए जिलाधिकारी को भी निर्देशित किया है.