देहरादूनः उत्तराखंड के ज्वलंत मुद्दों पर अपनी राय और अपने अनुभवों के आधार पर विचार विमर्श करने के लिए पूर्व विधायकों ने अपना एक संगठन तैयार किया है. सभी पूर्व विधायक जनवरी महीने में संगठन की रणनीति और आधिकारिक ढांचा तैयार करने के लिए बड़ा कार्यक्रम भी करने जा रहे हैं. इस कार्यक्रम के लिए पूर्व कैबिनेट मंत्री और विधायक लाखी राम जोशी (Former Cabinet Minister Lakhi Ram Joshi) को अध्यक्ष बनाया गया है.
पूर्व विधायक संगठन (Former MLAs Formed Organization in Uttarakhand) से जुड़े विधायकों का कहना है कि प्रदेश सरकार के कामकाज को लेकर पूर्व विधायक भी अपना योगदान देना चाहते हैं. वो भी आने वाले समय में अपने सामाजिक संगठन के माध्यम से विचार विमर्श कर प्रदेश के विकास में अपनी भूमिका निभाना चाहते हैं. इसके अलावा उनका ये भी कहना है कि प्रदेश में जो हालात हैं, उस उन हालातों में पूर्व विधायकों की नाराजगी भी इस संगठन की एक बड़ी वजह है.
राजनीतिक जानकारों ने बताया प्रेशर ग्रुपः फिलहाल, 35 विधायकों के इस ग्रुप में पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत (Harak Singh Rawat), पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन (Kunwar Pranav Singh Champion) समेत बीजेपी और कांग्रेस के तमाम बड़े चेहरे शामिल हैं. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पूर्व विधायकों की सुनवाई नहीं हो पा रही है, जिस वजह से यह ग्रुप सरकार के ऊपर एक प्रेशर ग्रुप के रूप में काम करना चाह रहा है. इसी वजह से सभी विधायकों ने मिलकर एक प्रेशर ग्रुप बनाने की तैयारी की है.
स्पीकर ऋतु खंडूड़ी से पूर्व विधायकों की मुलाकातः पूर्व विधायकों के इस ग्रुप ने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी (Former MLAs met Ritu Khanduri) से मुलाकात की और उनके इस संगठन का उपयोग करने की बात कही. जिस पर ऋतु खंडूरी (Uttarakhand Assembly Speaker Ritu Khanduri) ने कहा कि निश्चित तौर से पूर्व विधायकों का संरक्षण भी उनकी जिम्मेदारी है और विधि नियमानुसार वो पूर्व विधायकों का प्रदेश हित में उपयोग करेंगे.