देहरादून: हर्रावाला स्थित आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय (Ayurvedic University) में स्टाइपेंड बढ़ाने (demand to increase the stipend) की मांग को लेकर आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के इंटर्न डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर आंदोलित हैं. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Former CM Harish Rawat) आंदोलित छात्रों से मिलने हर्रावाला स्थित आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय पहुंचे और छात्र-छात्राओं की मांगों को जायज बताया.
बता दें कि राज्य सरकार ने स्टाइपेंड ₹17000 कर दिया है. लेकिन यूनिवर्सिटी की ओर से उन्हें ₹7500 स्टाइपेंड ही दिया जा रहा है. उनका कहना है कि इंटर्न चिकित्सकों का वेतनमान पूर्व में ₹7500 रुपए मात्र है. ऐसे में उन्हें ₹17000 स्टाइपेंड क्यों नहीं दिया जा रहा है. जबकि, एलोपैथी में यह आदेश लागू हो चुका है. लिहाजा, आयुष चिकित्सकों के साथ ऐसा सौतेला बर्ताव क्यों किया जा रहा है.
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वहीं, आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय में रविवार को स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर आंदोलनरत छात्र-छात्राओं से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत मिलने पहुंचे. इस मौके पर हरीश रावत ने छात्रों की मांगों को जायज ठहराते हुए उनका समर्थन किया है. हरीश रावत का कहना है कि एलोपैथ की भांति आयुर्वेद के प्रशिक्षु चिकित्सकों को भी बढ़ा हुआ स्टाइपेंड मिलना चाहिए.