देहरादून: महाराष्ट्र के राज्यपाल और पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी इन दिनों उत्तराखंड दौरे पर हैं. प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रमों के लिए कोश्यारी उत्तराखंड भ्रमण पर हैं. कोश्यारी और महाराष्ट्र सरकार के बीच स्टेट प्लेन को लेकर हुए बवाल पर सियासत गर्म है. अब इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता हरीश रावत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मोदी राज में राज्यपाल भी भाजपा का कार्यकर्ता होता है.
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने भगत सिंह कोश्यारी और महाराष्ट्र सरकार के बीच चल रहे विवाद पर महाराष्ट्र सरकार का समर्थन किया है. हरीश रावत ने कहा कि मोदी सरकार में चाहे भगत सिंह कोश्यारी हो या फिर बंगाल के राज्यपाल या दूसरे राज्यों में नियुक्त किए गए राज्यपाल, ये सभी पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं.
पढ़ेंः सिर्फ 3 घंटे में दिल्ली से देहरादून, लोस में गडकरी ने ग्रीन एक्सप्रेस-वे का किया ऐलान
हरीश रावत ने कहा कि शायद केंद्र सरकार ने ही इन्हें राज्यों में संविधान पर ताला लगाकर रखने के लिए विशेष तरह के ताले दिए हैं. हरीश रावत ने कहा कि वे एक तथ्य जानते हैं कि मोदी के राज में राज्यपाल भी पार्टी कार्यकर्ता होते हैं और महामहिम के तौर पर यदि संविधान में बैठे व्यक्ति द्वारा बात की जाएगी, तभी संविधान पद की बात हो सकती है. लेकिन मौजूदा हालात में ऐसा नहीं है. राज्यपाल भी अपनी गरिमा को खोकर पार्टी के कार्यकर्ताओं के तौर पर व्यवहार कर रहे हैं.