हरिद्वार: जहां उत्तराखंड में आगामी चुनावों को लेकर भाजपा तैयारियों में जुटी (BJP engaged in preparations for elections) हुई है. वहीं, कांग्रेस में गुटबाजी (factionalism in congress) खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. हरीश रावत का एक बयान सामने आया है जिसे एक बार फिर से कांग्रेस में गुटबाजी को जोड़कर देखा जा रहा है.
दरअसल ताजा मामला पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Former Chief Minister Harish Rawat) से जुड़ा है. हरीश रावत ने कहा कि, अफसोस की बात है कि उनके ही नेता उनके ट्वीट को आधा देखेंगे और आधा ही पढ़ेंगे. उन्होंने एक ट्वीट में जी-20 की बात की है. वो राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि है, लेकिन साथ ही पूरी सरकार को आइना भी दिखाया है.
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उन्होंने कहा जब सड़कें खस्ताहाल हैं तो जी-20 की बात कहां से करोगे. उन्होंने कहा ट्वीट से उन्होंने सरकार और मुख्यमंत्री को आइना दिखाया है, लेकिन हमारे लोग आइने का आधा ही हिस्सा देखते हैं. यह जो आइने का आधा हिस्सा देखने वाले एक्सपर्ट हैं, वह कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी समस्या है. ऐसे ही लोगों ने कांग्रेस के होनहार और प्रतिभावान नेताओं को उलझाकर रख दिया है. कुछ जन्मजात मुख्यमंत्री बनाओ, मंत्री बनाओ के विशेषज्ञ कांग्रेस के भीतर अवतरित हो गए हैं.
उन्होंने कहा ऐसे नेताओं ने कांग्रेस को गड़बड़ा कर रख दिया है. क्योंकि यह ऐसे मामले अक्सर उठाते रहते हैं, जिससे पूरी पार्टी उलझी रह जाए. इस उलझन से कैसे बाहर निकला जाए? ये अपने आप में एक बड़ा सवाल है.