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क्रिसमस और न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर रोक लगाने के फैसले से हरदा नाखुश, रखा मौन व्रत

कोरोना वायरस ने इस बार क्रिसमस के रंग को भी फीका कर दिया है. जहां हर साल लोग इस फेस्टिवल को लेकर उत्साहित रहते थे. वहीं, इस बार प्रशासन की ओर से चर्च बंद रखने के आदेश जारी कर दिए गए हैं.

dehradun
पूर्व सीएम हरीश रावत
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Published : Dec 24, 2020, 5:14 PM IST

देहरादून: शासन ने करोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर क्रिसमस और नए साल में होने वाले आयोजनों और कार्यक्रमों पर रोक लगाई हुई है, इसके विरोध में पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपने आवास में होटल और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के साथ 1 घंटे का सांकेतिक उपवास रखा. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि इस मौन उपवास का उद्देश्य खामी निकालना नहीं बल्कि त्रुटियों को दूर करना है.

पढ़ें- किसान दिवस पर हरदा ने चौधरी चरण सिंह को किया याद, डबल इंजन सरकार पर साधा निशाना

पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि पर्यटन बहुत नाजुक व्यवसाय है और इसमें स्पष्ट नीति और समय पर चीजों को निर्धारण आवश्यक होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो यहां कुछ देने आ रहा है, उसकी अपेक्षाएं बड़ी होती है. हमें उसकी अपेक्षाओं के अनुरूप अपने को सिद्ध करना होगा.

इधर, होटल औऱ पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों से भी पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपनी बात रखने का आग्रह किया. होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि पर्यटन व्यवसाय को लेकर सरकार को स्पष्ट गाइडलाइन बनानी चाहिए. होटल व्यवसायियों का कहना है कि सरकार से बार-बार आग्रह किया जाता रहा है कि पर्यटन उद्योग को बचाया जाए. उन्होंने कहा कि इस संक्रमण काल में होटल व्यवसाय ठप होने के बावजूद बिजली-सीवर के बिल आ रहे हैं.

पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों ने आशा जताते हुए कहा कि आने वाले समय में सरकार इस व्यवसाय को बचाने के लिए आगे आएगी. वहीं, पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों ने सरकार से आग्रह किया है कि क्रिसमस के बाद कुंभ का आयोजन होने जा रहा है, ऐसे में सरकार को स्पष्ट गाइडलाइन बनानी होगी जिससे सारा व्यवसाय चल सके.

देहरादून: शासन ने करोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर क्रिसमस और नए साल में होने वाले आयोजनों और कार्यक्रमों पर रोक लगाई हुई है, इसके विरोध में पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपने आवास में होटल और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के साथ 1 घंटे का सांकेतिक उपवास रखा. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि इस मौन उपवास का उद्देश्य खामी निकालना नहीं बल्कि त्रुटियों को दूर करना है.

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पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि पर्यटन बहुत नाजुक व्यवसाय है और इसमें स्पष्ट नीति और समय पर चीजों को निर्धारण आवश्यक होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो यहां कुछ देने आ रहा है, उसकी अपेक्षाएं बड़ी होती है. हमें उसकी अपेक्षाओं के अनुरूप अपने को सिद्ध करना होगा.

इधर, होटल औऱ पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों से भी पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपनी बात रखने का आग्रह किया. होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि पर्यटन व्यवसाय को लेकर सरकार को स्पष्ट गाइडलाइन बनानी चाहिए. होटल व्यवसायियों का कहना है कि सरकार से बार-बार आग्रह किया जाता रहा है कि पर्यटन उद्योग को बचाया जाए. उन्होंने कहा कि इस संक्रमण काल में होटल व्यवसाय ठप होने के बावजूद बिजली-सीवर के बिल आ रहे हैं.

पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों ने आशा जताते हुए कहा कि आने वाले समय में सरकार इस व्यवसाय को बचाने के लिए आगे आएगी. वहीं, पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों ने सरकार से आग्रह किया है कि क्रिसमस के बाद कुंभ का आयोजन होने जा रहा है, ऐसे में सरकार को स्पष्ट गाइडलाइन बनानी होगी जिससे सारा व्यवसाय चल सके.

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