देहरादून: कोरोना की दूसरी लहर में कई स्वास्थ्यकर्मी और डॉक्टर अपने परिवार को ताक पर रखकर 24 घंटे संक्रमित मरीजों की सेवा में जुटे हुए हैं. ताकि कोरोना संक्रमित मरीजों की जान बचाई जा सके. इसकी हर कोई तारीफ कर रहा है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी हिमालयन हॉस्पिटल के कोविड-19 में तैनात डाक्टर मृणाल कमल के हौसले और जज्बे की जमकर तारीफ की है.
दरअसल, हिमालयन हॉस्पिटल में कोविड मरीजों की सेवा में जुटे डॉक्टर मृणाल कमल को फोन पर उनके पिता के निधन की जानकारी मिली. इस खबर से डॉक्टर मृणाल पूरी तरह से टूट गए, लेकिन फिर भी वे अपना फर्ज निभाते रहे. वे आईसीयू में भर्ती मरीजों के उपचार की जिम्मेदारी निभाते रहे. उन्होंने अपने दुख को किसी के सामने जाहिर किये बगैर अपना काम किया.
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इसके बाद डॉक्टर मृणाल ने खुद को संभाला. कोविड वार्ड में ड्यूटी करते हुए अपना फर्ज अदा करते रहे. उनके इस जज्बे को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी सराहा है. हरीश रावत ने डॉक्टर मृणाल कमल की जमकर तारीफ की है. उन्होंने कहा मृणाल कमल के माता-पिता धन्य हैं, जिन्होंने इतने कर्तव्यपरायण पुत्र को जन्म दिया है.
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हरीश रावत ने कहा कि अपने पिता के अंतिम संस्कार को भी उन्होंने वीडियो कॉल पर देखा है. ऐसे में वे मृणाल कमल की मानवीयता, कर्तव्य निष्ठा को नमन करते हैं. स्वामी राम हिमालयन इंस्टिट्यूट और उसके कुलाधिपति डॉ. विजय धस्माना को भी बधाई देते हैं कि जिन्होंने संस्थान में ऐसे डॉक्टर को तैनात किया है.