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CM के खिलाफ FIR और आरोपों की जांच के आदेश पर बोले हरीश रावत, नैतिक आधार पर दें इस्तीफा - हरीश रावत ने मांगा सीएम का इस्तीफा

CM के खिलाफ FIR और सीबीआई जांच के आदेश पर हरदा ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि सीएम को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि उनके ऊपर लगे आरोप गंभीर हैं.

Dehradun Political News
पूर्व सीएम हरीश रावत
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Published : Oct 28, 2020, 1:20 PM IST

Updated : Oct 28, 2020, 1:35 PM IST

देहरादून: नैनीताल हाईकोर्ट ने पत्रकार के खिलाफ दर्ज आपराधिक मुकदमे को निरस्त कर प्रदेश सरकार को बड़ा झटका दिया है. इसके साथ ही कोर्ट ने पत्रकार उमेश जे कुमार की याचिका में लगाए गए सभी आरोपों के आधार पर दो दिन के भीतर एफआईआर दर्ज कर सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं, जिसके बाद से ही उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल आ गया है. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नैतिक आधारों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पद से हटने की बात कही है.

नैतिक आधार पर इस्तीफा दें सीएम- हरीश रावत

वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर लगे आरोपों पर हाईकोर्ट के फैसले को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बहुत गंभीर बताया है. हरीश रावत का कहना है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को नैतिक आधार पर अपने पद से हटना चाहिए और यदि वह नहीं हटते हैं तो विपक्षी दल राज्यपाल से मांग करेगा कि उन्हें बर्खास्त किया जाए.

इसके साथ ही हरीश रावत ने बताया कि उत्तराखंड का बहुत बड़ा दुर्भाग्य है कि प्रदेश कई तरह के स्कैंडलबाजों के चंगुल में आ गया है. भविष्य में उत्तराखंड की राजनीति का क्या होगा, इसको लेकर हरीश रावत खुद भी चिंतित हैं. यही नहीं, हरीश रावत ने कहा कि पत्रकारिता भी एक स्तम्भ है और सरकार भी एक स्तंभ है. ऐसे में सभी स्तम्भों को नैतिक सीमा के अंतर्गत काम करना चाहिए क्योंकि जब एक सीमा टूटती है तो दूसरी भी टूटने लगती है.

पढ़ें- नैनीताल हाईकोर्ट से सीएम त्रिवेंद्र को बड़ा झटका, भ्रष्टाचार के आरोपों की होगी CBI जांच

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि आगामी 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं के सुझाव आ रहे हैं, उसी के आधार पर आगामी एक-दो दिनों के भीतर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह रणनीति को फाइनल रूप दे देंगे. हरीश रावत ने बताया कि राजनीति में प्रतिदिन चुनौती है क्योंकि जन विश्वास को अपने साथ बांधे रखना एक बड़ी चुनौती है.

देहरादून: नैनीताल हाईकोर्ट ने पत्रकार के खिलाफ दर्ज आपराधिक मुकदमे को निरस्त कर प्रदेश सरकार को बड़ा झटका दिया है. इसके साथ ही कोर्ट ने पत्रकार उमेश जे कुमार की याचिका में लगाए गए सभी आरोपों के आधार पर दो दिन के भीतर एफआईआर दर्ज कर सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं, जिसके बाद से ही उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल आ गया है. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नैतिक आधारों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पद से हटने की बात कही है.

नैतिक आधार पर इस्तीफा दें सीएम- हरीश रावत

वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पर लगे आरोपों पर हाईकोर्ट के फैसले को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बहुत गंभीर बताया है. हरीश रावत का कहना है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को नैतिक आधार पर अपने पद से हटना चाहिए और यदि वह नहीं हटते हैं तो विपक्षी दल राज्यपाल से मांग करेगा कि उन्हें बर्खास्त किया जाए.

इसके साथ ही हरीश रावत ने बताया कि उत्तराखंड का बहुत बड़ा दुर्भाग्य है कि प्रदेश कई तरह के स्कैंडलबाजों के चंगुल में आ गया है. भविष्य में उत्तराखंड की राजनीति का क्या होगा, इसको लेकर हरीश रावत खुद भी चिंतित हैं. यही नहीं, हरीश रावत ने कहा कि पत्रकारिता भी एक स्तम्भ है और सरकार भी एक स्तंभ है. ऐसे में सभी स्तम्भों को नैतिक सीमा के अंतर्गत काम करना चाहिए क्योंकि जब एक सीमा टूटती है तो दूसरी भी टूटने लगती है.

पढ़ें- नैनीताल हाईकोर्ट से सीएम त्रिवेंद्र को बड़ा झटका, भ्रष्टाचार के आरोपों की होगी CBI जांच

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि आगामी 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं के सुझाव आ रहे हैं, उसी के आधार पर आगामी एक-दो दिनों के भीतर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह रणनीति को फाइनल रूप दे देंगे. हरीश रावत ने बताया कि राजनीति में प्रतिदिन चुनौती है क्योंकि जन विश्वास को अपने साथ बांधे रखना एक बड़ी चुनौती है.

Last Updated : Oct 28, 2020, 1:35 PM IST
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