देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत गुरुवार को ई-रिक्शा संचालकों के धरने का समर्थन करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने ई-रिक्शा संचालकों की मांगों को जायज ठहराया. साथ ही कहा कि कांग्रेस पार्टी ई-रिक्शा चालकों के आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि शहर में ट्रैफिक के सुधार के लिए ई-रिक्शा बंद किए जा रहे हैं, लेकिन यहां पर बड़ा सवाल ई-रिक्शा चालकों की आजीविका का है. इतने लोगों को रोजगार कैसे उपलब्ध हो पाएगा. जिस तरह से शहर में ई-रिक्शा चालकों के लिए प्रतिबंध लगा दिए गए हैं, इससे उनकी बर्बादी निश्चित है. उन्होंने स्वयं इस विषय में संबंधित अधिकारियों से वार्ता की है. वे और भी कोशिश करेंगे ताकि मामले का कुछ समाधान निकाला जा सके.
दरअसल ई-रिक्शा संचालक प्रशासन द्वारा तय किए गए नए रूट प्लान का विरोध कर रहे हैं. जिसके चलते ई-रिक्शा चालकों ने परेड ग्राउंड स्थित धरना स्थल पर आंदोलन शुरू कर रखा है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने धरना स्थल पहुंचकर ई-रिक्शा चालकों की समस्याओं को सुना. साथ ही उनकी समस्याओं का समाधान निकालने का आश्वासन दिया.
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वहीं अपने आंदोलन को गति देते हुए आंदोलनरत ई-रिक्शा चालकों ने राहगीरों से भीख मांग कर सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया. साथ ही जमकर नारेबाजी की.