देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है. कांग्रेस के नई सीडब्ल्यूसी की घोषणा आज हो गई. नई सीडब्ल्यूसी में 22 सदस्य बनाए गए हैं. इनमें 26 इनवाइटी सदस्य और 10 स्पेशल इनवाइटी सदस्य बनाए गए.इसी क्रम में हरीश रावत को पंजाब कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया है. वहीं, देवेंद्र यादव को उत्तराखंड का प्रभार दिया गया है. देवेंद्र यादव छत्तीसगढ़ के भिलाई विधानसभा सीट से विधायक हैं.
इससे पहले अनुग्रह नारायण सिंह के पास उत्तराखंड का प्रभार था. उन्हें उत्तराखंड से हटाने का एक मकसद ये भी है कि वह लगातार हरीश रावत के खिलाफ एक विपक्ष की तरह काम कर रहे थे. हरीश रावत के खिलाफ न केवल वो पत्राचार कर रहे थे बल्कि पार्टी में लगातार वह रहकर हरीश रावत के खिलाफ बयानबाजी भी कर रहे थे.
गौर हो कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को पार्टी संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए गुलाम नबी आजाद समेत चार वरिष्ठ नेताओं को महासचिव की जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया और पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) का भी पुनर्गठन किया. नई सीडब्ल्यूसी में 22 सदस्य बनाए गए हैं. इनमें 26 इनवाइटी सदस्य और 10 स्पेशल इनवाइटी सदस्य बनाए गए.
ये भी पढ़ें: कांग्रेस पार्टी में बड़ा फेरबदल, आजाद समेत चार महासचिव हटाए गए
पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, आजाद, मोतीलाल वोरा, अंबिका सोनी और मल्लिकार्जुन खड़गे को महासचिव पद से मुक्त किया गया है. संगठनात्मक बदलाव के लिए पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में शामिल आजाद को महासचिव पद से हटाने के साथ ही सीडब्ल्यूसी में स्थान दिया गया है.
पार्टी ने पत्र विवाद की पृष्भूमि में 24 अगस्त को हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में बनी सहमति के मुताबिक छह सदस्यीय एक विशेष समिति का गठन किया है. यह समिति पार्टी के संगठन एवं कामकाज से जुड़े मामलों में सोनिया गांधी का सहयोग करेगी.इस विशेष समिति में एके एंटनी, अहमद पटेल, अंबिका सोनी, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक और रणदीप सिंह सुरजेवाला शामिल हैं.सुरजेवाला और तारिक अनवर को पार्टी के नए महासचिव नियुक्त किया गया है.