देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने गैरसैंण में आयोजित हो रहे विधानसभा के बजट सत्र पर टिप्पणी करते हुए इसे पिकनिक करार दिया है. उन्होंने कहा कि गैरसैंण को लेकर सरकार कहीं से भी गंभीर नजर नहीं आ रही है. पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि आम जनता और आंदोलनकारियों की भावनाएं हैं कि गैरसैंण को राजधानी बनाया जाए. इसके साथ ही साथ उन्होंने तमाम विषय उठाए हैं.
बिष्ट ने कहा कि युवा आंदोलन कर रहे हैं, पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू करने की मांग को लेकर कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं, सरकार युवाओं को नौकरी नहीं दे पा रही है, बढ़ती महंगाई को लेकर कांग्रेस आंदोलन कर रही है, अंकिता भंडारी हत्याकांड और पेपर लीक के मामलों को लेकर सीबीआई जांच की मांग भी उठाई जा रही है और सरकार कहीं पर भी कुछ नहीं कर पा रही है.
पढ़ें- Congress Protest: गैरसैंण बजट सत्र के तीसरे दिन भी कांग्रेस का प्रदर्शन तेज, भर्ती परीक्षाओं में CBI जांच की मांग
वहीं, भाजपा प्रवक्ता वीरेंद्र बिष्ट ने गैरसैंण में चल रहे विधानसभा सत्र को सरकार की बड़ी उपलब्धि बताया है. बिष्ट ने कहा कि जिस तरह से राज्य आंदोलनकारियों कि लंबे समय से क्षैतिज आरक्षण को लेकर के मांग चली आ रही थी, उस पर सरकार ने सकारात्मक रुख अपनाते हुए कैबिनेट में राज्य आंदोलनकारियों को 10 फीसदी क्षैतिज आरक्षण की मंजूरी दी है और इसे लागू करने के दिशा निर्देश दिए गए हैं. वीरेंद्र बिष्ट ने कहा कि सरकार के इस फैसले से राज्य आंदोलनकारियों में खुशी की लहर है और इससे प्रदेश की जनता भी बेहद खुश है और सरकार का सभी आभार व्यक्त कर रहे हैं.