डोईवाला: जॉलीग्रांट एयरपोर्ट परिसर में घुसे गुलदार को घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने पिंजरे में कैद कर लिया है. ऐसे में एयरपोर्ट ने अब राहत की सांस ली है. वहीं, वन विभाग की टीम जल्द ही पकड़े गए गुलदार को आबादी से दूर सुरक्षित स्थान पर छोड़ देगी. शावक की उम्र कम होने की वजह से उस पर रेडियो कालर नहीं लगाया जाएगा.
बता दें कि आज दोपहर जॉलीग्रांट एयरपोर्ट परिसर में गुलदार के घुसने से हड़कंप मच गया था. जैसे ही इस जानकारी एयरपोर्ट परिसर को हुई उन्होंने तुरंत वन विभाग से संपर्क साधा. जिसके बाद वन विभाग की टीम ने गुलदार को ढूंढने के लिए सर्च अभियान चलाया.
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वहीं, घंटों की मशक्कत के बाद रेस्क्यू टीम ने गुलदार को एयरपोर्ट के अंदर एक टनल में जाते हुए देखा. जिसके बाद टीम ने गुलदार को बेहोश कर पकड़ने की कोशिश की. आखिरकार रेस्क्यू टीम ने जेसीबी मशीन की मदद से ड्रेनेज पाइप को तोड़ा और गुलदार को पिंजरे में कैद कर लिया.
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वन विभाग के अधिकारी डॉ. राकेश नौटियाल ने बताया कि गुलदार सड़क किनारे ड्रेनेज पाइप के अंदर जा बैठा था. पाइप संकरा और बेहद पक्का होने की वजह से जेसीबी मशीन की मदद से पाइप को तोड़ा गया. आखिरकार कई घंटों की मशक्कत के बाद गुलदार को पिंजरे में कैद कर लिया है. नौटियाल ने बताया कि यह नर गुलदार है जिसकी उम्र एक साल से कम है. जिसे बुधवार को बड़कोट रेंज में रेडियो कॉलर लगाकर छोड़ा जाना था, लेकिन उम्र कम होने की वजह से शावक को रेडियो कालर नहीं लगाया जाएगा.
एयरपोर्ट निदेशक डीके गौतम ने बताया कि दोपहर के समय एक गुलदार के एयरपोर्ट के अंदर देखे जाने की सूचना मिली. जिसके बाद वन विभाग की टीम को बुलाया गया और वन विभाग की टीम ने गुलदार को रेस्क्यू कर पकड़ लिया है. वहीं, गुलदार के जंगल किनारे एक पाइप में जाकर घुसने से यात्रियों को आने जाने में कोई परेशानी नहीं आई और फ्लाइटों को लैंड और टेकऑफ में भी कोई व्यवधान नहीं हुआ. हालांकि, गुलदार के पकड़े जाने के बाद अब एयरपोर्ट प्रशासन ने राहत की सांस ली है.