देहरादून: गढ़वाल वन प्रभाग एवं कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटे गांवों में इन दिनों बाघ के आतंक से लोग दहशत में हैं. यहां बाघ हफ्ते भर में 2 लोगों को निवाला बना चुका है. इलाके में बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीमें डटी हुई हैं. आज इस मामले पर वन मंत्री सुबोध उनियाल का भी बयान सामने आया. वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा अगर जरूरत पड़ी तो बाघ को मारने के आदेश जारी किए जाएंगे.
बता दें पौड़ी जिले के रिखणीखाल और धुमाकोट क्षेत्र में बाघ की चहल कदमी से स्थानीय लोग दहशत में हैं. स्थानीय लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. बाघ ने यहां हफ्ते भर में 2 लोगों को अपना निवाला बनाया है. बाघ के हमले में दोनों लोगों की जान गई है. ऐसे में वन मंत्री सुबोध उनियाल ने साफ किया है कि यदि आवश्यकता पड़ी तो बाघ को मारने के आदेश जारी किए जाएंगे. हालांकि, उन्होंने कहा स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मौके पर दो चिकित्सकों और तीन डिवीजन के कर्मचारियों को डिप्लॉयड किया है. इसके साथ ही बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगाया गया. जिससे बाघ को ट्रेंकुलाइज किया जा सके.
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा यदि बाघ को मारना है तो उसके आदेश देने में भी गुरेज नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा मानव और वन्यजीवों के बीच हो रहे संघर्ष को रोकना सरकार की प्राथमिकता है. जहां एक ओर वाइल्डलाइफ का जीना जरूरी है तो वही इंसान का जीवित रहना भी आवश्यक है. उन्होंने कहा जैव विविधता पर वाइल्ड एनिमल्स का भी बहुत बड़ा रोल होता है, ऐसे में वन्यजीवों का भी सर्वाइवल जरूरी हो जाता है.सुबोध उनियाल ने कहा इस को लेकर सरकार बहुत संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है.