देहरादून: उत्तराखंड वन विभाग (Uttarakhand Forest Department) में वन्यजीवों को लेकर विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है. राजाजी नेशनल पार्क में बाघिन के गायब होने और कॉर्बेट नेशनल पार्क से बिना केंद्र की इजाजत के हाथियों को गुजरात भेजने के बाद अब देहरादून चिड़ियाघर से कोबरा सांप गायब (cobra snake missing from dehradun zoo) होने का मामला विवादों में है. खास बात यह है कि मामले के सामने आने के बाद वन मंत्री ने इसके जांच के आदेश दे दिए हैं.
वन्यजीवों को लेकर वन विभाग की लापरवाही (Negligence of forest department) से जुड़े मामले प्रदेश में छाए हुए हैं. राजाजी नेशनल पार्क से जहां पहले ही एक बाघिन गायब है तो वहीं बिना केंद्र से मंजूरी मिले ही उत्तराखंड के तीन हाथियों को गुजरात भेज दिया गया है. अभी इन विवादों पर वन विभाग के बड़े अधिकारी और सरकार कोई कार्रवाई भी नहीं कर पाई थी कि अब देहरादून चिड़ियाघर से एक कोबरा सांप के गायब होने का मामला सामने आ गया है.
मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक पहले तो देहरादून चिड़ियाघर में बिना मंजूरी के इस कोबरा सांप को रखा गया और उसके बाद अब यह सांप इस चिड़ियाघर में मौजूद नहीं है. यह सांप कहां गया अब इसको लेकर तरह-तरह की बातें की जा रही हैं.
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बता दें कि इस प्रजाति के सांप शेड्यूल वन में आईडेंटिफाई हैं, जिस कारण इसको लेकर वन्यजीव नियमावली में कुछ खास नियम मौजूद हैं. इस मामले को लेकर ईटीवी भारत ने देहरादून चिड़ियाघर की जिम्मेदारी संभाल रहे रेंजर मोहन सिंह रावत से फोन पर बात की. उन्होंने कहा कि इस सांप को रेस्क्यू करके लाया गया था, उसे बाद में जंगल में छोड़ दिया गया है.
मंत्री ने दिए जांच के आदेश: वहीं, वन मंत्री सुबोध उनियाल (Forest Minister Subodh Uniyal) कहते हैं कि उनके संज्ञान में ये मामला है. इंदौर (मध्य प्रदेश) के किसी अखबार और चैनल में ये खबर आई थी कि देहरादून जू के किसी कोबरा को इंदौर जू में ट्रांसफर किया गया है, लेकिन इंदौर नगर निगम (जो जू का संचालन भी करता है) ने ये साफ कह दिया था कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है और उत्तराखंड के कोई कोबरा जू में नहीं लाया गया है. उसके बाद भी मामले का संज्ञान लिया गया है. ये जानने में आया है कि एक कोबरा को वन विभाग रेस्क्यू करके लाई थी और अब वो कोबरा कहां गया कैसे गया उसके लिए पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ को मामले की जांच के लिए निर्देशित कर दिया है.
देहरादून जू के प्रभारी रेंजर मोहन सिंह रावत ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि वह कोबरा सांप के गायब होने के मामले में किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं, उनके कार्यकाल से पहले रेस्क्यू किए गए इस सांप को देहरादून चिड़ियाघर में रखा गया था और मई महीने में इस सांप को राजाजी पार्क में छोड़ दिया गया था. इंदौर चिड़ियाघर भेजने की खबरें गलत हैं, इस सांप को राजाजी पार्क में छोड़े जाने से पहले उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी गई थी.