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कांग्रेस के बागी अब बीजेपी में बगावत के मूड में, अब हरक सिंह रावत ने बढ़ाई सरकार की मुश्किल

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Published : May 20, 2019, 5:47 PM IST

उत्तराखंड बीजेपी इन दिनों अपने ही नेताओं की अनर्गल बयानबाजी से बैकफुट पर आ गई है. बड़ी बात यह है कि यह सभी नेता पार्टी के विधायक और मंत्री हैं, जिससे पार्टी को इन नेताओं पर कार्रवाई करने से पहले सोचना पड़ रहा है.

हरक सिंह रावत, वन मंत्री, उत्तराखंड

देहरादून: भारतीय जनता पार्टी अनुशासित पार्टी के तौर पर जानी जाती है. लेकिन उत्तराखंड बीजेपी के नेताओं ने पार्टी की साख पर बट्टा लगाने का काम किया है. अभी चैंपियन और देशराज कर्णवाल का विवाद ठीक से सुलझ भी नहीं पाया था कि अब वन मंत्री हरक सिंह रावत ने बगावती तेवर दिखाए हैं. यहां गौर करने वाली बात ये वहीं नेता हैं जो कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं.

पढ़ें- पांवली कांठा बुग्याल के नैसर्गिक सौंदर्य को देख झूम उठे सैलानी, कहा जाता है हिमालयी स्वर्ग

हाल ही में विधायक देशराज कर्णवाल और कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बीच चल रहे विवाद में भी कांग्रेस से आए कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन पर पार्टी अनुशासनात्मक कार्रवाई कर रही है. पहले उमेश शर्मा का भी बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किए जाने का मामला सामने आ चुका है. कुल मिलाकर कांग्रेस परिपाटी से जुड़े बीजेपी नेता अब पार्टी के लिए चुनौती बन गए हैं.

उत्तराखंड बीजेपी इन दिनों अपने ही नेताओं की अनर्गल बयानबाजी से बैकफुट पर आ गई है. सबसे बड़ी बात यह है कि यह सभी नेता पार्टी के विधायक और मंत्री हैं, जिससे पार्टी को इन नेताओं पर कार्रवाई करने से पहले सोचना पड़ रहा है.

हरक सिंह रावत के बगावती तेवर
खुले रूप से सरकारी मशीनरी पर सवाल उठाकर सरकार की मुश्किलें बढ़ाने वाले वन मंत्री हरक सिंह रावत ने एक बार फिर बीजेपी के लिए असहज स्थिति पैदा कर दी है. दरअसल, वन मंत्री हरक सिंह रावत इन दिनों अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश और वन विभाग के बड़े अधिकारियों की कार्यप्रणाली को लेकर बेहद नाराज हैं.

उनका कहना है कि-

"त्रिवेंद्र सरकार का कोई दूसरा मंत्री होता तो मामले को सही तौर पर मुख्यमंत्री के सामने रखा जाता और वह मंत्री अपनी बात कहकर चुप्पी साध लेता, लेकिन सिस्टम को सुधारने के लिए किसी को तो गले में घंटी बांधनी होगी और वह मैंने किया है"

चैंपियन और कर्णवाल विवाद

पिछले दिनों खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के बीच जुबानी जंग देखने को मिली. जिस कारण पार्टी की खूब छीछालेदर हुई. मामला बढ़ता देख पार्टी हाई कमान ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई करने का मन भी बनाया था. दोनों विधायकों के झगड़े में पार्टी की हो रही फजीहत को देखते हुए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चैंपियन और कर्णवाल को बुलाकर मामला सुलझाया था.

देहरादून: भारतीय जनता पार्टी अनुशासित पार्टी के तौर पर जानी जाती है. लेकिन उत्तराखंड बीजेपी के नेताओं ने पार्टी की साख पर बट्टा लगाने का काम किया है. अभी चैंपियन और देशराज कर्णवाल का विवाद ठीक से सुलझ भी नहीं पाया था कि अब वन मंत्री हरक सिंह रावत ने बगावती तेवर दिखाए हैं. यहां गौर करने वाली बात ये वहीं नेता हैं जो कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं.

पढ़ें- पांवली कांठा बुग्याल के नैसर्गिक सौंदर्य को देख झूम उठे सैलानी, कहा जाता है हिमालयी स्वर्ग

हाल ही में विधायक देशराज कर्णवाल और कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के बीच चल रहे विवाद में भी कांग्रेस से आए कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन पर पार्टी अनुशासनात्मक कार्रवाई कर रही है. पहले उमेश शर्मा का भी बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किए जाने का मामला सामने आ चुका है. कुल मिलाकर कांग्रेस परिपाटी से जुड़े बीजेपी नेता अब पार्टी के लिए चुनौती बन गए हैं.

उत्तराखंड बीजेपी इन दिनों अपने ही नेताओं की अनर्गल बयानबाजी से बैकफुट पर आ गई है. सबसे बड़ी बात यह है कि यह सभी नेता पार्टी के विधायक और मंत्री हैं, जिससे पार्टी को इन नेताओं पर कार्रवाई करने से पहले सोचना पड़ रहा है.

हरक सिंह रावत के बगावती तेवर
खुले रूप से सरकारी मशीनरी पर सवाल उठाकर सरकार की मुश्किलें बढ़ाने वाले वन मंत्री हरक सिंह रावत ने एक बार फिर बीजेपी के लिए असहज स्थिति पैदा कर दी है. दरअसल, वन मंत्री हरक सिंह रावत इन दिनों अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश और वन विभाग के बड़े अधिकारियों की कार्यप्रणाली को लेकर बेहद नाराज हैं.

उनका कहना है कि-

"त्रिवेंद्र सरकार का कोई दूसरा मंत्री होता तो मामले को सही तौर पर मुख्यमंत्री के सामने रखा जाता और वह मंत्री अपनी बात कहकर चुप्पी साध लेता, लेकिन सिस्टम को सुधारने के लिए किसी को तो गले में घंटी बांधनी होगी और वह मैंने किया है"

चैंपियन और कर्णवाल विवाद

पिछले दिनों खानपुर विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल के बीच जुबानी जंग देखने को मिली. जिस कारण पार्टी की खूब छीछालेदर हुई. मामला बढ़ता देख पार्टी हाई कमान ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई करने का मन भी बनाया था. दोनों विधायकों के झगड़े में पार्टी की हो रही फजीहत को देखते हुए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चैंपियन और कर्णवाल को बुलाकर मामला सुलझाया था.

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देहरादून: भारतीय जनता पार्टी अनुशासित पार्टी के तौर पर जानी जाती है. लेकिन उत्तराखंड बीजेपी के नेताओं ने पार्टी की साख पर बट्टा लगाने का काम किया है. अभी चैंपियन और देशराज कर्णवाल का विवाद ठीक से सुलझ भी नहीं पाया था कि अब वन मंत्री हरक सिंह रावत ने बगावती तेवर दिखाए हैं. यहां गौर करने वाली बात ये वहीं नेता हैं जो कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं. 

 


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