मसूरीः पहाड़ों की रानी मसूरी के जंगल एक बार फिर धधकने लगे हैं. बीते देर रात जबरखेत के जंगलों में भीषण आग लग गई. जिसे बुझाने के लिए फायर सर्विस और वन विभाग की टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी. वहीं, देर रात तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका. सुबह वन विभाग और फायर सर्विस की टीम एक बार फिर मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन तब तक वन संपदा जलकर राख हो गई. वहीं ,कई जंगली जानवर भी आग की चपेट में आने की आशंका जताई जा रही है.
बता दें कि मसूरी का जबरखेत अपने प्राकृतिक सौंदर्य के साथ बहुमूल्य वन संपदा और जंगली जानवरों के लिए भी जाना जाता है. जबरखेत में लगातार लग रही आग से पर्यावरण और वन्यजीव प्रेमी काफी चिंतित हैं. उनका कहना है कि जगंलों में लगातार लग रही आग से वन संपदा को भारी नुकसान पहुंचा है. जबकि, कई जगंली जानवर आग की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं. उन्होंने सरकार और वन मंत्रालय से उत्तराखंड के जंगलों में लग रही आग को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की.
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मसूरी वन विभाग डीएफओ कहकशां नसीम ने कहा कि लगातार जंगलों में लगी आग को लेकर काफी सतर्क है. जंगल में लग रही आग को रोकने के लिए वन विभाग अपने पूरे प्रयास कर रहा है. उन्होंने कहा कि वनाग्नि को रोकने के लिए जन सहभागिता और जागरूकता जरूरी है. ऐसे में लगातार वन विभाग जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को वनाग्नि को रोकने के लिए प्रेरित कर रहा है. वहीं, वनों को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों पर भी कार्रवाई करने और उनकी सूचना देने वालों को इनाम देने की भी बात कही.
जबरखेत नेचर रिजर्व में वन्यजीवों की भरमार
जबरखेत नेचर रिजर्व करीब सौ एकड़ में फैला है. मध्य हिमालय में मिलने वाले वन्यजीव जबरखेत नेचर रिजर्व में देखे जा सकते हैं. इससे पहले जबरखेत नेचर रिजर्व में लगे सेंसर युक्त कैमरों में कई जंगली जानवरों की हलचल कैद हुई है. इसमें लेपर्ड, भालू, घुरड़, कांकड़, सांभर, जंगली सूअर, साही, नेवला, उदबिलाव, मस्क डियर और बाज सहित कई प्रकार के जीवों की गतिविधियां देखी गई हैं. साथ ही नेचर रिजर्व में सौ से अधिक पक्षियों की दुर्लभ प्रजातियां भी पाई गई हैं, लेकिन अब इन जानवरों पर संकट आ गया है. वहीं बीते दिन से मसूरी के आईटीबीपी से लगता जंगल, बिनोग हिल, जबरखेत, हैप्पी वैली, आदि क्षेत्रों में आग से जंगल धधक रहे हैं.