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दीपावली से पहले उल्लू पर मंडरा रहा खतरा, वन विभाग अलर्ट - देहरादून न्यूज

अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र के मद्देनजर उल्लू समेत अन्य वन्यजीवों की तस्करी को रोकने के लिए वन विभाग ने प्रदेशभर में अलर्ट जारी किया है.

उल्लू
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Published : Oct 7, 2019, 11:15 PM IST

देहरादून: दीपावली में लोग बेशक लक्ष्मी जी की पूजा करते हों, लेकिन इन दिनों लक्ष्मी जी के वाहन उल्लू पर शामत आ जाती है. जी हां दीपावली के अवसर पर तांत्रिक क्रियाओं के लिए उल्लू की मांग बढ़ जाती है. यही वजह है कि इन दिनों जंगल से जुड़े इलाकों में शिकारी उल्लू पर नजर बनाए हुए हैं. ऐसे में वन विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया गया है.

दरअसल, संरक्षित श्रेणी में आने वाले उल्लू की जान दीपावली के दौरान सांसत में रहती है. अधविश्वास के चलते इस दौरान उल्लू का शिकार किया जाता है. दीपावली से पहले बाचार में उल्लूओं की डिमांड बढ़ जाती है. उत्तराखंड के जंगलों में काफी संख्या में उल्लू हैं. ऐसे में उल्लू वन्यजीव तस्करों के निशाने पर होते हैं. तस्करों का इन दिनों पूरा फोक्स संरक्षित क्षेत्र राजाजी पार्क और कार्बट पार्क पर रहता है.

पढ़ें- मानव तस्करीः साउथ अफ्रीका में फंसे मजदूर, उत्तराखंड के शख्स ने की विदेश मंत्रालय में शिकायत

इस सब को ध्यान में रखते हुए वन विभाग ने सूबे में अलर्ट जारी किया है. प्रदेश भर के जंगलों में जहां भी उल्लू पाया जाता है वहां वन विभाग ने कर्मचारियों को कॉम्बिंग करने के आदेश दिए हैं, ताकि उल्लू की तस्करी को रोका जा सके. इसके साथ ही धार्मिक स्थलों की भी निगरानी की जा रही है.

देहरादून: दीपावली में लोग बेशक लक्ष्मी जी की पूजा करते हों, लेकिन इन दिनों लक्ष्मी जी के वाहन उल्लू पर शामत आ जाती है. जी हां दीपावली के अवसर पर तांत्रिक क्रियाओं के लिए उल्लू की मांग बढ़ जाती है. यही वजह है कि इन दिनों जंगल से जुड़े इलाकों में शिकारी उल्लू पर नजर बनाए हुए हैं. ऐसे में वन विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया गया है.

दरअसल, संरक्षित श्रेणी में आने वाले उल्लू की जान दीपावली के दौरान सांसत में रहती है. अधविश्वास के चलते इस दौरान उल्लू का शिकार किया जाता है. दीपावली से पहले बाचार में उल्लूओं की डिमांड बढ़ जाती है. उत्तराखंड के जंगलों में काफी संख्या में उल्लू हैं. ऐसे में उल्लू वन्यजीव तस्करों के निशाने पर होते हैं. तस्करों का इन दिनों पूरा फोक्स संरक्षित क्षेत्र राजाजी पार्क और कार्बट पार्क पर रहता है.

पढ़ें- मानव तस्करीः साउथ अफ्रीका में फंसे मजदूर, उत्तराखंड के शख्स ने की विदेश मंत्रालय में शिकायत

इस सब को ध्यान में रखते हुए वन विभाग ने सूबे में अलर्ट जारी किया है. प्रदेश भर के जंगलों में जहां भी उल्लू पाया जाता है वहां वन विभाग ने कर्मचारियों को कॉम्बिंग करने के आदेश दिए हैं, ताकि उल्लू की तस्करी को रोका जा सके. इसके साथ ही धार्मिक स्थलों की भी निगरानी की जा रही है.

Intro:summary-दिवाली में लोग बेशक लक्ष्मी जी की पूजा करते हो लेकिन इन दिनों लक्ष्मी जी के वाहन उल्लू पर शामत आ जाती है | जी हाँ दिवाली के अवसर पर तंत्र मंत्र के लिए उल्लू की मांग बेहद बढ जाती है | यही वज़ह है कि इन दिनों  जंगल से जुड़े इलाकों ओर सरंक्षित छेत्रों में उल्लू की तस्करी उफान  पर होती  है | ऐसे में बंद है मैंने अब संरक्षित क्षेत्रों में उन लोगों की तस्करी को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया है....


Body:त्यौहार को लेकर चारों ओर धूम मची है , सभी लोग अपने अपने तरीके से लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए तेय्यारियां कर रहे हैं  | इससे सब से अलग उत्तराखंड के वन अधिकारी  इन्ही दिनों दिवाली को लेकर ही एक खास तेयारी में जुटे हैं |  दरअसल लक्ष्मी जी की पूजा करने वाले भक्त इन दिनों उनके वाहन उल्लू की जान के दुश्मन बन जाते हैं | तंत्र मंत्र में दिवाली के दौरान चौकड़ी पूजा , यंत्र पूजा तंत्र पूजा आदि  उल्लू का बेहद उपयोग किया जाता है |
दिवाली के तंत्र मंत्र में उल्लू के उपयोग का बड़ा महत्त्व है , लिहाज़ा इन दिनों उल्लू की मांग बेहद बढ जाती है | वन्यजीव तस्कर के निशाने पर वन छेत्र खासकर सरंक्षित छेत्र राजा जी पार्क ओर कार्बेट पार्क रहता है | वन विभाग भी इस कडवे सच को जानता है कि इस दौरान शिकारी उल्लू की जान के दुश्मन  बन जाते हैं |
एसा नहीं है की उल्लू की पूजा सिर्फ दीपावली में ही होती है कई समाजो में इस उल्लू की पूजा शादी से लेकर संस्कार मुंडन तक मे होती है... लेकिन दिवाली से पहले तंत्र मंत्र को लेकर उल्लू की डिमांड बढ़ने से इसकी तस्करी भी बढ़ जाती है... और इसीलिए हर साल दीवाली से पहले वन महकमा उल्लू की तस्करी को लेकर
अलर्ट जारी करता है.... इस बार भी 1 महीने अलर्ट जारी कर दिया है और तमाम संभावित क्षेत्रों में कमिंग कर वन विभाग के कर्मी उल्लू की तस्करी को रोकने के प्रयास में जुटे हुए हैं।।।।


Conclusion:
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