देहरादून: उत्तराखंड में बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद वन विभाग की चिंता बढ़ गई है. इसको देखते हुए वन विभाग ने एक टीम का गठन किया है. बर्ड फ्लू के खतरे के बीच वनकर्मी काम कर रहे हैं. ऐसे में वन महकमा इन वनकर्मियों के जोखिम भरे कामों को देखते हुए उन्हें फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में घोषित किए जाने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है.
उत्तराखंड में बर्ड फ्लू की दस्तक ने वन महकमें की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. सूचना मिलने पर वन विभाग के कर्मी मृत पक्षियों को वहां से हटाने और उसे डिस्पोज करने का काम कर रहे हैं. इस काम से वन कर्मियों में भी विभिन्न बीमारियों का खतरा बना हुआ है. वहीं, विभागीय मंत्री की ओर से वन कर्मियों को इस काम के लिए सभी जरूरी उपकरण और सामान दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं. विभागीय स्तर पर यह साफ तौर पर कह दिया गया है कि बिना पीपीई किट के किसी भी कर्मचारी को इस काम में ना लगाया जाए. साथ ही सभी कर्मचारियों को इसे उपलब्ध करवाया जाए.
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वहीं, उधर विभागीय मंत्री ने ऐसे कर्मचारियों पर विचार करते हुए पीसीसीएफ चीफ को इसका प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा है. बताया जा रहा है कि कोरोना की तरह बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए वन कर्मियों को भी फ्रंटलाइन वॉरियर्स घोषित किए जाने का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा. जिससे राज्य सरकार की ओर से तय की गई वो सभी सुविधाएं वन कर्मियों को भी मिल सकें, जो कोरोना के फ्रंटलाइन कर्मियों को मिल रही हैं.