डोईवालाः उत्तराखंड में प्रतिवर्ष फायर सीजन में बड़ी मात्रा में वन संपदा का नुकसान होता है. विभाग प्रतिवर्ष अनेक इंतजाम करता है, लेकिन अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाती है. राज्य में 15 फरवरी से फायर सीजन प्रारंभ हो रहा है. ऐसे में वन विभाग द्वारा सभी तैयारियां प्रारंभ कर दी गईं हैं. डोईवाल में आयोजित 'सरकार जनता के द्वार' कार्यक्रम में पहुंचे प्रमुख वन सरंक्षक जयराज ने बताया कि मार्च से समर सीजन सुरु हो जाता है और वनों ओर वन्य जीवों को बचाने के लिए इस बार वन विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है और उन्होंने कहा कि आम जनमानस को भी इसमें सहयोग करने की जरूरत है.
प्रमुख वन सरंक्षक जयराज ने बताया कि हर साल गर्मी के सीजन में जंगलों में आग की वजह से करोड़ों की वन सम्पदा नष्ट हो जाती है और वन्य जीव भी मारे जाते हैं. पानी सूख जाता है लेकिन वन विभाग ने इस बार खास तैयारी की है और वन विभाग के पास आग बुझाने के सभी साधन मौजूद हैं और कोई वित्तीय परेशानी भी नहीं है.
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प्रमुख वन सरंक्षक ने कहा कि वन संपदा सभी की है और इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी सभी की है और बिना जनसहभागिता के कोई भी कार्य नहीं हो सकता है. उन्होंने जनता से भी अपील की है कि वे अपनी वन सम्पदा समझकर इसकी रक्षा करें, तभी हमारा उत्तराखंड हरा-भरा रह सकता है.