ऋषिकेश: मुनिकी रेती स्थित गढ़वाल मंडल विकास निगम के गंगा रिजॉर्ट में 30वें अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का आज विधिवत शुभारंभ कर दिया गया है. कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, पतंजलि योगपीठ के सीईओ आचार्य बालकृष्ण, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी और राज्य मंत्री कृष्ण कुमार सिंघल ने दीप प्रज्ज्वलित कर योग महोत्सव का शुभारंभ किया.
गढ़वाल मंडल विकास निगम और उत्तराखंड पर्यटन विकास समिति की ओर से मुनिकी रेती में गंगा घाट पर सात दिवसीय इंटरनेशनल योग फेस्टिवल का आगाज हुआ. इस मौके पर उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय योग विभाग की टीम ने योग क्रियाओं का प्रदर्शन किया.
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गौर हो कि इस वर्ष कोरोना की वजह से योग फेस्टिवल को सीमित किया गया है. इसमें विदेशी योग साधक नहीं पहुंचे हैं. भारत से ही 450 योग साधक फेस्टिवल में हिस्सा ले रहे हैं. खास बात यह है कि योग साधकों को इस बार इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में पहाड़ी व्यंजन परोसे जाएंगे.
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1 मार्च से शुरू योग महोत्सव 7 मार्च तक चलेगा. इसमें अलग-अलग स्थानों से पहुंचे योग साधक और योग गुरु योग की विधाओं से लोगों को रूबरू करवाएंगे. इसके साथ ही लोगों के मनोरंजन के लिए भी कुछ गीतकार भी यहां पहुंचेंगे जो अपने गायन से इस अंतरराष्ट्रीय महोत्सव में चार चांद लगाएंगे.
परोसे जाएंगे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले व्यंजन
गंगा रिसॉर्ट में आयोजित इस महोत्सव में खास बात यह है कि कोरोना काल के चलते न सिर्फ प्रतिभागियों की संख्या कुछ सीमित किया गया है, बल्कि इस दफा सात समुंदर पार से एक भी नागरिक महोत्सव में शामिल होने के लिए नहीं पहुंचा है. इसकी वजह बना कोरोना है. लिहाजा, इस महामारी के बीच आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में सिर्फ योग की विधाओं को ही प्रतिभागियों को नहीं सिखाया जाएगा, बल्कि उनकी शारीरिक रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए खास तरह के व्यंजन और काढ़ा भी परोसा जाएंगे. निगम के महाप्रबंधक पर्यटन जितेंद्र कुमार के मुताबिक 7 दिन चलने वाले महोत्सव में रोजाना तुलसी व अन्य आयुर्वेदिक तत्वों से युक्त काढ़ा परोसा जाएगा. इसके अलावा झंगोरा मंडुवा, लाल चावल खंडोली और बुराक का जूस और इससे जुड़े अन्य व्यंजन भी प्रतिभागियों को परोसे जाएंगे.