देहरादून: होली का त्योहार नजदीक है. ऐसे में मिलावाटखोर भी सक्रिय हो गए हैं. मिलावाट खोरों के मासूबों पर पानी फेरने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग ने भी अपनी कमर कस ली है. खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने बाजार में मिलने वाले विभिन्न तरह के दुग्ध उत्पादों की सैंपलिंग लेनी शुरू कर दी है, ताकि मिलावाटखोरों लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ न कर सकें.
वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी योगेंद्र पांडे के नेतृत्व में टीम ने शनिवार सुबह को सहत्रधारा रोड पर आईटी पार्क के पास कुछ मिल्क वैन को रुकवा कर उनकी जांच की. मिल्क वैन में दूध के साथ ही कुछ डब्बों में पनीर भी रखा हुआ था. टीम ने मौके पर ही पनीर के सैंपल लिए. इसके अलावा टीम ने शहर की कुछ डेरियों से भी दूध, पनीर और मावे के सैंपल लिए.
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वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी योगेंद्र पांडे ने बताया कि विभाग की ओर से अब लगातार दुग्ध उत्पादों की सैंपलिंग की जाएगी. किसी भी सैंपल में यदि कोई गड़बड़ी मिलती है तो ऐसे में संबंधित डेयरी संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों को किसी भी खाद्य पदार्थ की खरीदारी को लेकर जागरूक होने की जरूरत हैं. जब भी बाजार से किसी भी तरह का कोई भी प्रोडक्ट खरीदे तो पैकेट पर यह पढ़ना बिल्कुल न भूलें कि आखिर यह प्रोडक्ट किस चीज से बना है. इन दिनों बाजार में मक्खन के समान दिखने वाले कई वेजिटेबल ऑयल स्प्रेड बिक रहे हैं. जिन्हें लोग बटर (मक्खन) समझ कर खरीद रहे हैं, लेकिन यह पूरी तरह वेजिटेबल ऑयल से बने स्प्रेड हैं, जो सेहत के लिए बेहद ही हानिकारक है.