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सरकार के सभी दावे फेल, लॉकडाउन की वजह से 25 फीसदी महंगे हुए घरेलू सामान

लॉकडाउन के चलते देहरादून के बाजारों में खाद्य सामग्रियों के दामों में 15 से 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

PRICES RISE
खाद्य सामग्री के दामों में वृद्धि
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Published : Apr 6, 2020, 5:09 PM IST

Updated : Apr 6, 2020, 8:18 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले और लॉकडाउन की दोहरी मार जनता महंगाई के रूप में झेल रही है. आटा, चावल, दाल, तेल सहित अन्य जरूरी सामानों के दाम में 15 से 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. आढ़त बाजार में थोक पर 240 रुपये में आने वाला 10 किलो आटा अब 300 रुपए के आसपास पहुंच गया है. जबकि चावल में भी प्रति क्विंटल 200 की बढ़ोतरी हुई है. इसी तरह तेल के थोक रेट में भी 15 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हुई है.

व्यापारियों के मुताबिक खाद्य सामग्रियों में महंगाई की वजह से कई तरह की परेशानियों बढ़ गई हैं. लॉकडाउन की वजह से जहां एक तरफ माल-भाड़ा में वृद्धि हुई है. वहीं, दूसरी तरफ फैक्ट्रियों में मजदूरों की कमी के कारण भी खाद्य सामग्री के दामों में वृद्धि हुई है.

लॉकडाउन की वजह से 25 फीसदी महंगे हुए घरेलू सामान

ये भी पढ़ें: हल्द्वानी में 5 जमातियों में कोरोना की पुष्टि, दो इलाके पूरी तरह सील

देशभर में लॉकडाउन के कारण मालवाहक बड़े वाहनों की आवाजाही में कमी आई है, जिसकी वजह से माल भाड़ा पहले के मुकाबले अधिक हो गया है. कुछ थोक व्यापारियों का यह भी मानना है कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री की आपूर्ति होने के बाद ही सामान पहले वाले रेट पर उपलब्ध होंगे.

देहरादून के आढ़त बाजार थोक व्यापारियों की दुकानें खोलने का समय दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक का है. इसी बीच फुटकर विक्रेता उनसे खाद्य सामग्री पहले के मुकाबले 15 से 25 प्रतिशत महंगे दामों पर खरीद रहे हैं. लॉकडाउन के चलते खाद्य सामग्री की डिमांड बाजार में बढ़ गई है और पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामान की बाजार में उपलब्धता ना होना भी महंगाई की एक बड़ी वजह मानी जा रही है.

देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना वायरस के बढ़ते मामले और लॉकडाउन की दोहरी मार जनता महंगाई के रूप में झेल रही है. आटा, चावल, दाल, तेल सहित अन्य जरूरी सामानों के दाम में 15 से 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. आढ़त बाजार में थोक पर 240 रुपये में आने वाला 10 किलो आटा अब 300 रुपए के आसपास पहुंच गया है. जबकि चावल में भी प्रति क्विंटल 200 की बढ़ोतरी हुई है. इसी तरह तेल के थोक रेट में भी 15 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हुई है.

व्यापारियों के मुताबिक खाद्य सामग्रियों में महंगाई की वजह से कई तरह की परेशानियों बढ़ गई हैं. लॉकडाउन की वजह से जहां एक तरफ माल-भाड़ा में वृद्धि हुई है. वहीं, दूसरी तरफ फैक्ट्रियों में मजदूरों की कमी के कारण भी खाद्य सामग्री के दामों में वृद्धि हुई है.

लॉकडाउन की वजह से 25 फीसदी महंगे हुए घरेलू सामान

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देशभर में लॉकडाउन के कारण मालवाहक बड़े वाहनों की आवाजाही में कमी आई है, जिसकी वजह से माल भाड़ा पहले के मुकाबले अधिक हो गया है. कुछ थोक व्यापारियों का यह भी मानना है कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री की आपूर्ति होने के बाद ही सामान पहले वाले रेट पर उपलब्ध होंगे.

देहरादून के आढ़त बाजार थोक व्यापारियों की दुकानें खोलने का समय दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक का है. इसी बीच फुटकर विक्रेता उनसे खाद्य सामग्री पहले के मुकाबले 15 से 25 प्रतिशत महंगे दामों पर खरीद रहे हैं. लॉकडाउन के चलते खाद्य सामग्री की डिमांड बाजार में बढ़ गई है और पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामान की बाजार में उपलब्धता ना होना भी महंगाई की एक बड़ी वजह मानी जा रही है.

Last Updated : Apr 6, 2020, 8:18 PM IST
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